मोथा तूफान का असर : बंद हो सकते हैं स्कूल, बिजली भी कट सकती है! इन जगहों के लिए IMD ने जारी किया भारी बारिश का अलर्ट

नई दिल्ली, चक्रवाती तूफ़ान ‘मोंथा’ के गहरे निम्न दबाव में बदलने और अरब सागर में एक अन्य डिप्रेशन के कारण देश के कई राज्यों में अगले चार दिनों तक जमकर बारिश होने की संभावना है। मौसम विभाग ने कई क्षेत्रों के लिए ‘रेड’ और ‘ऑरेंज’ अलर्ट जारी किया है।

IMD ने आज तेलंगाना में कुछ स्थानों पर ‘बेहद भारी बारिश’ होने की आशंका जताई है। इसके अलावा आंध्र प्रदेश के तट, रायलसीमा, विदर्भ और मराठवाड़ा में भी भारी बारिश की संभावना है। सौराष्ट्र और कच्छ के लिए भी 31 अक्टूबर तक भारी बारिश का अलर्ट है।

दक्षिण भारत में भारी बारिश का दौर:

  • आंध्र प्रदेश तट और तेलंगाना: इन क्षेत्रों में 30 अक्टूबर को भारी बारिश की संभावना है। इस दौरान 40-50 किमी/घंटा की रफ़्तार से तेज़ हवाएँ और बिजली कड़कने की संभावना भी जताई जा रही है।
  • केरल, माहे और उत्तर कर्नाटक: यहाँ हल्की से मध्यम बारिश के साथ गरज-चमक देखने को मिलेगी।

तमिलनाडु और रायलसीमा: इन इलाकों में भी गरज के साथ बारिश का अनुमान है।

  • बिहार: 30 और 31 अक्टूबर को बिहार में भारी बारिश होने की चेतावनी है।
  • पश्चिम बंगाल (सब-हिमालयी) और सिक्किम: 31 अक्टूबर को इन क्षेत्रों में भी भारी बारिश का अलर्ट है।
  • विदर्भ, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, ओडिशा और झारखंड: इन राज्यों में हल्की से मध्यम बारिश, गरज-चमक और 30-50 किमी/घंटा की गति से हवाएँ चलने की संभावना है।

पश्चिम भारत में गरज-चमक के साथ बारिश

  • कोंकण, गोवा और मध्य महाराष्ट्र: यहाँ कुछ स्थानों पर भारी बारिश की भविष्यवाणी की गई है।
  • गुजरात: 1 नवंबर तक गुजरात में बारिश और गरज-चमक का सिलसिला जारी रहेगा।
  • महाराष्ट्र: अगले दो दिनों तक यहाँ गरज-चमक की गतिविधियाँ देखने को मिल सकती हैं।

पूर्वोत्तर और उत्तर-पश्चिम भारत में मौसम:

  • पूर्वोत्तर राज्य: अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय में 31 अक्टूबर से 1 नवंबर तक भारी बारिश की आशंका है। नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में 1 नवंबर को बारिश का अनुमान है।
  • पूर्वी उत्तर प्रदेश: 30 और 31 अक्टूबर को यहाँ भारी बारिश और तेज़ हवाएँ चलने की चेतावनी है।
  • उत्तर-पश्चिम भारत: इस क्षेत्र में तापमान में कोई बड़ा बदलाव देखने को नहीं मिलेगा।

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