Nipah Virus: डरा रहा है निपाह, जानिए कैसे फैलता है ये वायरस, क्या हैं लक्षण लक्षण और सावधानियां

तिरुवनंतपुरम, निपाह वायरस संक्रमण मूल रूप से एक जूनोटिक बीमारी है जो जानवरों से मनुष्यों में फैल सकती है.

इसके अलावा यह दूषित भोजन या संपर्क से भी फैल सकता है. बता दें कि कोझिकोड में निपाह वायरस से चार लोग संक्रमित हुए हैं. 4 पॉजिटिव मामलों में से दो लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि शेष पर जिले में कड़ी चिकित्सा निगरानी चल रही है. केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने बुधवार को राज्य विधानसभा को सूचित किया कि निपाह वायरस के प्रसार को रोकने के लिए सभी इंतजाम किए गए हैं.

Veena George Kerala Health Minister ने कहा, “चेन्नई से महामारी विज्ञान विशेषज्ञों के अलावा NIV Pune के अधिकारियों की टीम कोझिकोड पहुंचेगी. भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद- ICMR को निपाह मरीजों को दी जाने वाली मोनोक्लोनल एंटीबॉडी दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है.” Kerala Health Minister Veena George ने कहा ” जिले की सात ग्राम सभाओं के 43 वार्डों को “निषिद्ध” क्षेत्र घोषित किया गया है और इन स्थानों पर, चिकित्सा दुकानों और राज्य सरकार के राजस्व कार्यालयों को छोड़कर, अन्य दुकानों के खोलने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. इन क्षेत्रों में स्कूल बंद रहेंगे और उन्हें शिक्षा का ऑनलाइन तरीका अपनाने के लिए कहा गया है.

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Nipah virus transmission : Kerala Health Minister Veena George ने कहा कि “स्वास्थ्य अधिकारियों ने अब तक 127 हेल्थ प्रोफेशनल्स सहित 168 लोगों की पहचान की है, जो संक्रमित व्यक्तियों के संपर्क में आए थे और जिले में सभी को मास्क पहनने के लिए कहा है. कोझिकोड में दो केंद्र हैं और जिला अधिकारी यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि चीजों की बारीकी से जांच की जाए. चार पॉजिटिव मरीजों का रूट मैप जल्द ही तैयार किया जाएगा”

केरल के कोझिकोड में निपाह वायरस से हुई मौतों के बाद तमिलनाडु के सार्वजनिक स्वास्थ्य और निवारक चिकित्सा निदेशालय ने सीमावर्ती इलाकों में अलर्ट जारी किया है।

तमिलनाडु सरकार के सार्वजनिक स्वास्थ्य और निवारक चिकित्सा निदेशक डॉ. टीएस. सेल्वनिवायगम ने एक बयान में कहा, “केरल से सामने आए निपाह वायरस के दो मामलों के मद्देनजर, हम स्वास्थ्य टीमों द्वारा सीमा चौकियों पर केरल से आने वाले यात्रियों की स्क्रीनिंग करेंगे। केरल के साथ सीमा साझा करने वाले तमिलनाडु के छह जिलों में चौबीस घंटों के लिए एक अलग टीम तैनात की है।” उन छह जिलों में नीलगिरी, कोयंबटूर, तिरुपुर, थेनी, तेनकासी और कन्याकुमारी हैं।

स्वास्थ्य सेवाओं के उप निदेशकों को आवश्यक सुरक्षात्मक उपकरणों के साथ सीमाओं पर सभी लक्षण वाले बुखार के मामलों की जांच करने का निर्देश दिया गया है। तमिलनाडु के स्वास्थ्य मंत्री मा सुब्रमण्यम ने नीलगिरि जिले के गुडलूर में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि लोगों को केरल में निपाह के प्रकोप से घबराने कीकोई जरूरत नहीं है। मंत्री ने यह भी कहा कि जिन लोगों में बुखार के लक्षण होंगे उनकी स्क्रीनिंग की जाएगी।

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