नई दिल्ली, 2024 के चुनाव से पहले हिंडन पर वो मोदी सरकार की चूलें हिला सकती है। क्योंकि इसमें ऐसे ऐसे खुलासे होने का दावा किया जा रहा है जो अडानी और मोदी की दोस्ती से पर्दा हटाएगी। हिंडनबर्ग की पहली रिपोर्ट जनवरी 24 को आई थी और उस रिपोर्ट ने कैसे पूरी सरकार और अडानी साम्राज्य को हिला कर रख दिया था, इसका अंदाजा आपको होगा।
मगर अब जो नई रिपोर्ट आने वाली है, एक और संस्था है जिसको सी सी आर पी कहते हैं। ये एक गैर लाभकारी जांच केंद्र है जो खोजी रिपोर्टिंग करता है उसकी रिपोर्ट है।
ये यूरोप, अफ्रीका, एशिया और लैटिन अमेरिका में फैला हुई है और इसकी श्रंखलाएं सरकार को अस्थिर करने का काम करती हैं। सूत्र कहते हैं की अब ये भारत के एक कॉरपोरेट घराने से जुड़ा बड़ा खुलासा करने की तैयारी में है।
बहुत जल्द यानी अगले कुछ दिनों में ही ये खुलासा होने वाला है और इस खुलासे में ये पता चलेगा कि कैसे एक आम एम्पायर विशाल साम्राज्य में तब्दील हो जाता है। सरकार की मदद से कैसे कॉर्पोरेट घरानों का राजनीति के लोगों से जुड़ाव होता है। कैसे कॉर्पोरेट घरानों को बढ़ाने के लिए पॉलिटिक्स काम करती है और ये पॉलिटिक्स किसकी? ये पॉलिटिक्स नरेंद्र मोदी की।
मगर अब जो नई रिपोर्ट आने वाली है, एक और संस्था है जिसको सी सी आर पी कहते हैं। ये एक गैर लाभकारी जांच केंद्र है जो खोजी रिपोर्टिंग करता है उसकी रिपोर्ट है।
ये यूरोप, अफ्रीका, एशिया और लैटिन अमेरिका में फैला हुई है और इसकी श्रंखलाएं सरकार को अस्थिर करने का काम करती हैं। सूत्र कहते हैं की अब ये भारत के एक कॉरपोरेट घराने से जुड़ा बड़ा खुलासा करने की तैयारी में है।
बहुत जल्द यानी अगले कुछ दिनों में ही ये खुलासा होने वाला है और इस खुलासे में ये पता चलेगा कि कैसे एक आम एम्पायर विशाल साम्राज्य में तब्दील हो जाता है। सरकार की मदद से कैसे कॉर्पोरेट घरानों का राजनीति के लोगों से जुड़ाव होता है। कैसे कॉर्पोरेट घरानों को बढ़ाने के लिए पॉलिटिक्स काम करती है और ये पॉलिटिक्स किसकी? ये पॉलिटिक्स नरेंद्र मोदी की।