ब्राज़ील, कहते हैं कि जिंदगी और मौत इंसान के हाथ में नहीं होती. भगवान चाहे तो मुर्दों को भी जिंदा कर दे और चलते फिरते किसी भी इंसान की जान ले ले. ऐसी आश्चर्य चकित कर देने वाली तमाम घटनाएं दुनियाभर में सामने आती रहती है।
ऐसी ही एक घटना कुछ साल पहले दक्षिण अमेरिकी देश ब्राजील से सामने आई. जहां एक बच्ची का जन्म ऐसी हालत में हुआ जिसे देखकर डॉक्टर भी हैरान रह गए. ये बच्ची बिना चेहरे के पैदा हुई थी. डॉक्टरों ने उसकी बच जाने से इनकार कर दिया लेकिन फिर ऐसा चमत्कार हुआ जिसे जानकर आप भी हैरान रह जाएंगे।
इस बच्ची ने मेडिकल साइंस की भविष्यवाणी को गलत साबित कर दिया और जिंदा बच गई. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बच्ची के जन्म के बाद डॉक्टरों ने कहा कि बच्ची कुछ ही घंटों की मेहमान है. डॉक्टरों की ये बात सुनकर बच्चे के मां-बाप के होश उड़ गए. उन्होंने सोचा कि डॉक्टर ने अगर कहा कि बच्ची जिंदा नहीं बचेगी तो पहले ही उसके अंतिम संस्कार का इंतजाम कर लिया जाए. परिवार ने ये सोचकर बच्चे के अंतिम संस्कार करने का इंतजाम करना शुरु कर दिया. लेकिन तभी ऐसा चमत्कार हुआ जिसकी कोई कल्पना भी नहीं कर सकता. बिना चेहरे वाली ये बच्ची बच गई और अब इसकी उम्र नौ साल हो चुकी है।
बता दें कि ब्राजील के बारा डी साओ फ्रांसिस्को की विटोरिया मार्चियोली का जन्म नौ साल पहले बेहद दुर्लभ स्थिति में हुआ था. विटोरिया मार्चियोली को ट्रेचर कॉलिन्स सिंड्रोम नाम की बीमारी थी. इस बीमारी से उनके चेहरे की 40 हड्डियां विकसित ही नहीं हो पाईं. बीमारी के चलते बच्ची की आंख, मुंह और नाक विकसित नहीं हुए थे. जिससे उसे देखकर लगता था कि वह कुछ ही घंटों में मर जाएगी. डॉक्टरों ने कहा था कि बच्ची कुछ ही घंटों तक जीवित रह सकेगी. डॉक्टरों की बात सुनकर परिजन सदमे में थे. हालांकि डॉक्टरों की भविष्यवाणी को बच्ची ने गलत साबित कर दिया।
दो दिन बाद उसे एक विशेषज्ञ की देखरेख में दूसरे अस्पताल में भर्ती कराया गया. अस्पताल में एक सप्ताह तक निगरानी रखने के बाद उसे परिवार की देखभाल के लिए छोड़ दिया गया. बच्ची धीरे-धीरे बड़ी होने लगी और और उसकी आंख, नाक और मुंह की आठ सर्जरी की गईं. हाल ही में अमेरिका के टेक्सास के एक अस्पताल में उसकी एक अन्य सर्जरी की गई. बच्ची के माता-पिता रोनाल्डो और जोसिलीन लोगों की मदद से उसे नई जिंदगी देने में लगे हुए हैं. विटोरिया मार्चियोली नाम की इस बच्ची ने इसी महीने अपना नौवां जन्मदिन भी अस्पताल में मनाया.