टोल नाके भी होंगे अब निजी हाथों में, यूपी और एमपी की सड़कें होंगी नीलाम, सरकार कमाएगी 4000 करोड़

नई दिल्‍ली. भारतीय राष्‍ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) अपनी टोल ऑपरेट ट्रांसफर (TOT) योजना के तहत 9वीं और 10वीं नीलामी करने जा रहा है. इससे पहले NHAI की 6वीं और 8वीं नीलामी खरीदारों की बेहद खराब प्रतिक्रिया के कारण रद्द हो गई थी। मामले से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि दो सड़कों के लिए प्राधिकरण अलग-अलग बोलियां मंगाएगा.

NHAI जिन दो सड़कों पर टोल वसूली का काम निजी हाथों में सौंपने की तैयारी कर रहा है, उनमें एक यूपी और एक एमपी की सड़क शामिल है. यूपी में इलाहाबाद-वाराणसी के बीच NH-30 पर 73 किलोमीटर लंबी सड़क है, जबकि मध्‍य प्रदेश में ग्‍वालियर-शिवपुरी के बीच NH-03 पर 125 किलोमीटर लंबी सड़क को निजी हाथों में सौंपा जाएगा. बोली लगाने की अंतिम तिथि 28 अप्रैल है.

इन दोनों सड़कों का टोल खरीदने के लिए घरेलू खिलाडि़यों में अडाणी रोड ट्रांसपोर्ट, आईआरबी इन्‍फ्रास्‍ट्रक्‍चर, प्रकाश अस्‍फाल्टिंग एंड टोल हाईवे, डीपी जैन एंड सुरेखा रोड जैसी कंपनियां शामिल होंगी, जबकि सीडीपीक्‍यू, सीपप इन्‍वेस्‍टमेंट, क्‍यूब हाइवे और मैक्‍वायर एं होमग्रोन फंड जैसी विदेशी कंपनियां भी इसके लिए बोलियां लगा सकती हैं.

दोनों टोल के लिए बोली जीतने वाली कंपनियां अगले 15 साल तक इस पर टोल वसूलेंगी. मुद्रीकरण के जरिये सरकार को ToT9 के लिए 2,300 से लेकर 2,600 करोड़ रुपये तक मिलेंगे जबकि ToT10 के लिए 1,100-1,500 करोड़ रुपये मिल सकते हैं.

Related Posts