Modi का नाम पड़ गया भारी, शादी के फेरों से पहले पहुंची चुनाव आयोग की टीम, शादी कार्ड पर नाम छापने का क्या हुआ अंजाम?

नई दिल्‍ली । एक युवक पर अपनी शादी के कार्ड (wedding cards)में पीएम मोदी(PM Modi) का नाम छपवाना(getting name printed) महंगा पड़ गया। जब यह जानकारी चुनाव आयोग (election Commission)तक पहुंची तो टीम फेरों से चार दिन पहले ही दूल्हे के घर पहुंच गई।

दूल्हे की सफाई चुनाव आयोग को रास नहीं आई है। उन्होंने दूल्हे की इस हरकत पर पुलिस में शिकायत भी दर्ज करा दी है। मामले में जांच शुरू हो गई है।

यह पूरा मामला कर्नाटक के पुत्तुर तालुक में उप्पिनंगडी इलाके का बताया जा रहा है। यहां एक युवक ने अपनी शादी के निमंत्रण कार्ड पर पीएम मोदी के नाम का इस्तेमाल किया था। जिसके बाद दूल्हा और उसकी शादी विवादों के घेरे में आ गई। राज्य में इस घटना को लेकर राजनीतिक बहस भी शुरू हो गई है।

दूल्हे ने निमंत्रण कार्ड पर एक टैगलाइन डाली थी। जिसमें लिखा था- अगर आप नव दंपति को उपहार देना चाहते हैं तो सबसे बड़ा उपहार है- मोदी को एक बार फिर प्रधानमंत्री के रूप में चुनना। इस टैगलाइन को चुनाव आयोग ने आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन माना है। निमंत्रण कार्ड पाने वाले दूल्हे के एक रिश्तेदार ने मामले में चुनाव आयोग के पास शिकायत कर दी। जिसके बाद यह पूरा बवाल शुरू हुआ।

नरेंद्र मोदी की तारीफ और राष्ट्र हित के लिए लिखी टैगलाइन

लड़के की शादी 18 अप्रैल को हुई थी। उधर, शिकायत के आधार पर, चुनाव आयोग के अधिकारियों ने 14 अप्रैल को पुत्तूर तालुक में दूल्हे के घर का दौरा किया। दूल्हे ने अपनी सफाई में बताया कि निमंत्रण कार्ड चुनाव की तारीखों की घोषणा से पहले 1 मार्च को छपवाए गए थे। उसने यह भी स्पष्ट किया कि टैगलाइन प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ और राष्ट्र हित के लिए लिखा गया है।

दूल्हे के स्पष्टीकरण के बावजूद, चुनाव आयोग ने 26 अप्रैल को उप्पिनंगडी पुलिस थाने में शिकायत दर्ज करा ली है। जिसके बाद प्राथमिकी दर्ज की गई। इसके अलावा, निमंत्रण छापने वाला प्रेस मालिक भी चुनाव आयोग और पुलिस की जांच के दायरे में है।

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