भारत से OLA-UBER का खेल खत्म? आ रही है ‘भारत टैक्सी’, ड्राइवर होंगे मालिक, किराया होगा फिक्स! दिल्ली से होगा आगाज़, महिलाओं को मिलेगी ‘सारथी’ की कमान

नई दिल्ली, भारत में निजी कैब सेवाओं (जैसे OLA और UBER) के मनमाने किराए, डायनामिक प्राइसिंग, और ड्राइवरों के खराब व्यवहार से परेशान ग्राहकों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है।

जल्द ही देश में पहली सहकारी टैक्सी सेवा ‘भारत टैक्सी’ (Bharat Taxi) लॉन्च होने जा रही है। यह सेवा न केवल ग्राहकों को फिक्स और वाजिब किराया देगी, बल्कि ड्राइवरों को भी मालिकाना हक देकर उन्हें शोषण से मुक्त करेगी।

‘भारत टैक्सी’ की शुरुआत और विस्तार योजना

यह नई टैक्सी सेवा एक सरकारी पहल है, जिसे सहकारिता मंत्रालय और राष्ट्रीय ई-गवर्नेंस डिवीजन ने मिलकर शुरू किया है।

  • पायलट प्रोजेक्ट का आगाज़: ‘भारत टैक्सी’ का पायलट प्रोजेक्ट नवंबर महीने में सबसे पहले दिल्ली से शुरू होगा।
  • पहला चरण: पहले चरण में यह 650 ड्राइवरों के साथ शुरू होगी, जिसमें महिला ‘सारथी’ (महिला ड्राइवर) भी शामिल होंगी।
  • विस्तार: दिसंबर से देश के बाकी राज्यों में इसका विस्तार किया जाएगा। दिसंबर 2026 तक यह राजकोट, मुंबई और पुणे में शुरू हो जाएगी। अप्रैल से दिसंबर के बीच लखनऊ, भोपाल और जयपुर में सेवाएं शुरू होंगी।
  • दीर्घकालिक लक्ष्य: 2027-28 तक इसका विस्तार 20 शहरों में और 2028-2030 के बीच जिला मुख्यालयों और गाँवों तक करने की योजना है।

सहकारिता मॉडल: अमूल की तर्ज पर संचालन

‘भारत टैक्सी’ एक राष्ट्रीय सहकारी राइड हेलिंग प्लेटफॉर्म है, जिसका संचालन सहकार टैक्सी कोऑपरेटिव लिमिटेड करेगा।

  • ड्राइवर मालिक: यह एक सदस्यता-आधारित मॉडल है, जहाँ ड्राइवरों के पास भी मालिकाना हक होगा।
  • स्थापना और नेतृत्व: इस कोऑपरेटिव की स्थापना जून में ₹300 करोड़ की पूंजी के साथ हुई थी। इसका संचालन अमूल के एमडी जयेन मेहता की अध्यक्षता वाली संचालन समिति करेगी।

ग्राहकों और ड्राइवरों के लिए बड़े फायदे

यह मॉडल OLA-UBER की कई समस्याओं को खत्म करने का दावा करता है:

विशेषताएँ (यूज़र और ड्राइवर के लिए) विवरण
किराया फिक्स ‘डायनामिक प्राइसिंग’, ‘पीक प्राइसिंग’, ‘बारिश प्राइसिंग’ या ‘गाड़ी नहीं है प्राइसिंग’ जैसी मनमानी दरों से मुक्ति। किराया वाजिब और फिक्स होगा।
ड्राइवरों को 100% कमाई ड्राइवरों से राइड पर कमीशन लेने के बजाय, एक दैनिक, साप्ताहिक या मासिक सदस्यता शुल्क लिया जाएगा। हर राइड की 100 फीसदी कमाई ड्राइवर को मिलेगी
सुरक्षा (सेफ़्टी) ‘भारत टैक्सी’ में पुलिस थानों के साथ इंटीग्रेशन की सुविधा होगी। एक डिस्ट्रेस बटन भी होगा, जिसे दबाने पर नजदीकी थाने को तुरंत अलर्ट मिल जाएगा।
महिला ‘सारथी’ महिला ड्राइवरों को बढ़ावा दिया जाएगा। पहले चरण में 100 महिला ड्राइवर जुड़ेंगी, जिनकी संख्या 2030 तक 15,000 करने का लक्ष्य है।
ऐप और भाषा: ऐप नवंबर से डाउनलोड के लिए उपलब्ध होगा। यह शुरू में हिंदी, गुजराती, मराठी और अंग्रेजी भाषाओं में होगा।

यह सहकारी मॉडल उम्मीद जगाता है कि यह ग्राहकों को बेहतर सेवा और ड्राइवरों को शोषण से मुक्ति दिलाकर भारतीय परिवहन क्षेत्र में एक नई मिसाल कायम करेगा।

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