400 किलो सोने की डकैती में फंस गए भारत वंशी, जानिए आखिर क्यों आ रहा है नाम

नई दिल्ली, कनाडा की सबसे बड़ी गोल्ड रॉबरी (Gold Robbery) में भारतीय मूल के दो नागरिक फंस गए हैं. दरअसल, कनाडा के टोरंटो एयरपोर्ट पर देश की सबसे बड़ी सोने की डकैती के आरोप में 5 दक्षिण एशियाई लोग गिरफ्तार किए गए हैं.

इसमें से दो भारतीय मूल के हैं. जान लें कि कनाडा (Canada) के सबसे बड़े टोरंटो एयरपोर्ट पर 17 अप्रैल, 2023 को एक बड़ी सोने की डकैती हुई थी. इसमें 6,600 सोने की छड़ें चोरी हो गई थीं. इनकी कीमत 20 मिलियन कनाडाई डॉलर से ज्यादा यानी 1 अरब भारतीय रुपये से ज्यादा थी.

सोने की सबसे बड़ी चोरी के पीछे कौन?

कनाडा की पुलिस ने कहा कि अरेस्ट किए गए लोगों में ब्रैम्पटन के रहने वाले परमपाल सिद्धू हैं, जो एयर कनाडा के कर्मचारी हैं. गिरफ्तार किए गए लोगों में एक और भारतीय-कनाडाई है. उसका नाम अमित जलोटा है. अमित टोरंटो के पास ओकविल से है. वहीं, इस केस में गिरफ्तार किए गए अन्य तीन लोगों जॉर्जटाउन के अम्माद चौधरी, टोरंटो के अली रजा और ब्रैम्पटन के प्रसाद परमलिंगम हैं.

इसके अलावा, पुलिस ने ब्रैम्पटन में रहने वाले 31 साल के सिमरन प्रीत पनेसर को भी गिरफ्तार किया है जो चोरी के समय एयर कनाडा की कर्मचारी था. इसके अलावा, पुलिस ने ब्रैम्पटन के अर्चित ग्रोवर और मिसिसॉगा के अरसलान चौधरी के खिलाफ भी वारंट जारी किया है.

गौरतलब है कि 400 किलोग्राम से ज्यादा वजन वाली सोने की छड़ें दो स्विस बैंक रायफिसेन और वालकैम्बी की तरफ से 17 अप्रैल, 2023 को ज्यूरिख से टोरंटो ले जाई गई थीं. स्विस बैंकों ने टोरंटो में शिपमेंट की सिक्योरिटी के लिए मियामी में मौजूद सुरक्षा कंपनी ब्रिंक को काम पर रखा था. सोने की छड़ों को टोरंटो एयरपोर्ट पर एयर कनाडा स्टोरेज डिपो में रखा गया था.

तीन घंटे बाद, एक अज्ञात शख्स आया और नकली दस्तावेज देकर सोना ले गया. फिर रात करीब साढ़े नौ बजे उसी दिन जब कनाडा में ब्रिंक के कर्मचारी शिपमेंट लेने के लिए एयर कनाडा कार्गो डिपो पहुंचे, तो सोना पहले ही जा चुका था. ब्रिंक का कहना है कि एयर कनाडा कर्मियों ने अज्ञात शख्स को शिपमेंट जारी कर दिया, जो इसे लेकर फरार हो गया.

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