लखीमपुर, उत्तर प्रदेश लखीमपुर जिले से एक बेहद ही हैरान करने वाला मामला प्रकाश में आया है। जहां 3 साल पहले मर चुके किसान का बैंक अधिकारियों ने झूठे तरीके से किसान क्रेडिट कार्ड बनाकर 3 लाख रुपए की मोटी रकम निकाल ली।
घटना की जानकारी जैसी ही मृत किसान के परिवार वालों को मिली तो उनके होश ही उड़ गए। उन्होंने तुरंत मामले जानकारी पुलिस थाने में दी, जिसके बाद जांच शुरू की गई।
लखीमपुर जिले के खीरी की रमिया बेहड़ में आर्यावर्त बैंक शाखा सुजानपुर में आज से 3 साल पहले यानी साल 2021 में मृत व्यक्ति की खेती वाली जमीन के नाम पर मैनेजर और बिचौलियों ने मिली-भगत करके तीन लाख रुपए का केसीसी लोन निकाल लिया। इस पर मृत व्यक्ति के परिवार वालों ने पैसों के बंटवारे का आरोप बैंक कर्मियों पर लगाया है।
लखीमपुर खीरी के मझगई थाना क्षेत्र के भदुराइयां गांव के निवासी अफसर पुत्र इब्राहिम ने गंभीर आरोप लगाए हैं कि उनके स्वर्गीय बाबा सैफू की खेती वाली जमीन पर गलत दस्तावेजों के दम पर आर्यावर्त बैंक, सुजानपुर शाखा के मैनेजर और कुछ बिचौलियों की साठगांठ से तीन लाख रुपये का किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) बनाकर लोन निकाला गया है। अफसर ने बताया कि दशकों पहले घाघरा नदी की कटान के चलते उनका पुश्तैनी मकान और खेती वाली जमीन नदी में समा गए थे। सैफू और उनका परिवार फिर भदुराइयां गांव में बस गया, जहां सैफू की मृत्यु करीब तीस साल पहले हो चुकी है। हाल ही में जब अफसर अपनी जमीन के कागजात दाखिल-खारिज करवाने धौरहरा तहसील गए, तो उन्हें पता चला कि उनकी जमीन 24 मार्च 2023 को आर्यावर्त बैंक, सुजानपुर के नाम बंधक दर्ज की गई है।
मामले में अफसर ने बैंक मैनेजर रमेश उर्फ लालू, जिबरान, छोटे, और राजू पाल सहित अन्य बिचौलियों पर फर्जीवाड़े और धोखाधड़ी के आरोप लगाए हैं। पीड़ित ने इस मामले की तहरीर पुलिस थाने में दी है। पढ़ुआ थाना के थानाध्यक्ष निराला तिवारी ने बताया कि तहरीर प्राप्त हो गई है और मामले की जांच की जा रही है। दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।