लखनऊ: प्रदेश की राजधानी लखनऊ में शुक्रवार को केजीएमयू के एमआईआर सेंटर में नौकरी (Jobs in KGMU MIR Center) दिलवाने के नाम पर ठगी का मामला (Mans duped on pretext of job in Lucknow) सामने आया. नियुक्ति का भरोसा दिलाते हुए पीड़ितों से 27 लाख रुपये उसी के मौसेरे भाई ने ऐंठ लिए थे. पैसे लेने के बाद मौसेरा भाई घर छोड़कर फरार हो गया. पीड़ितों की शिकायत पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच शुरू की.
पुलिस के मुताबिक, मलिहाबाद निवासी अजय मौर्य ने थाने पर शिकायत की है कि उसके मौसेरे भाई ओमवीर ने केजीएमयू के एमआरआई सेंटर में नौकरी निकलने की जानकारी दी. पूछने पर बताया कि एक परिचित हैं, जिसकी मदद से नियुक्ति हो जाएगी. मौसेरे भाई की बात पर विश्वास कर अजय ने दोस्त सर्वेश को भी इस बारे में बताया. इस पर विश्वास कर सर्वेश ने भी अजय को नियुक्ति के लिए पैसे दे दिए.
ओमवीर ने नियुक्ति कराने का भरोसा देते हुए भाई और उसके दोस्त से 27 लाख रुपये ले लिए इसके बाद घर छोड़ कर फरार हो गया. खोजबीन के बाद भी ओमवीर नहीं मिला. जब ओमवीर के नंबर पर संपर्क किया गया, तो उसने अपना फोन स्विच ऑफ कर लिया. इसके बाद पीड़ितों ने कोतवाली दुबग्गा पहुंच करस मौसेरे भाई ओमवीर के विरुद्ध अपने साथ हुए धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज कराई.
इंस्पेक्टर प्रवीण कुमार सिंह ने बताया कि केजीएमयू में नौकरी लगवाने का झांसा देकर दो युवकों से 27 लाख रुपये की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है. पीड़ितों ने कोतवाली में शिकायत की है. इस पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. इस मामले की जांच पड़ताल की जा रही है.