पीलीभीत, बीजेपी से पीलीभीत के सांसद वरुण गांधी ने एक बार फिर से सरकार पर निशाना साधा है। वरुण गांधी ने जहां एक ओर बैंकों के निजीकरण कर विरोध किया तो वहीं दूसरी ओर अमेजन, फ्लिपकार्ट और रिलायंस पर हमला बोला. वरुण गांधी ने कहा कि किसानों के हित मे केवल मैं खड़ा हुआ था बाकि किसी सांसद की हिम्मत नहीं हुई.
मंगलवार को वरुण गांधी बरेली के बहेड़ी में अलग-अलग गांव के निरीक्षण करने पहुचे. इस दौरान वरुण गांधी ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि अगर बैंकों का निजीकरण होगा तो जो 10 लाख लोग बेरोजगार होंगे उनको दोबारा रोजगार कौन देगा, उनके बच्चों को कौन खिलायेगा. अगर bsnl, mtnl, एयरपोर्ट, एयरलाइन बिकेंगे तो आम आदमी के बेटे को नौकरी कौन देगा. आज एक आदमी नौकरी के लिए जाता है तो उससे उसकी काबिलियत नहीं पूछी जाती. उससे कहा जाता है रिश्वत कितनी दोंगे. आपकी किसकी सिफारिश लाये है और इससे हमारा देश दीमक की तरह कमजोर होता है. आने वाले समय में एक आम आदमी को रोजगार ढूढ़ने में दिक्कत आएगी.
निरीक्षण के दौरान वरुण गांधी ने कहा कि किसान को लोन के लिए बहुत सारे कागज देने होते हैं. जो 10 हजार करोड़ का लोन लेता है उसे कोई कागज नहीं देना होता है. जब वो पैसे नहीं देता तो कहा जाता है 50 परसेंट देदो. लेकिन आम आदमी के घर की कुर्की हो जाती है उसे बेइज्जत किया जाता है. मैं चाहता हूं आप सभी मेरा साथ दें, बहुत सारे लोग अपने स्वार्थ में राजनीति करते हैं.
जिनके पैरों में चप्पल नहीं है वो बड़ी बड़ी कोठिया बना रहे हैं, बड़ी बड़ी कॉलोनी काट रहे हैं. लेकिन वरुण गांधी इसी गाड़ी में आये थे चुनाव में आज भी इसी गाड़ी में आये हैं. अगले चुनाव में भी इसी गाड़ी में आएंगे. लेकिन जब आपके गांव में कोरोना की दिक्कत थी, तो सारा ऑक्सीजन, दवाइयां, खाने के पैकेट वरुण गांधी ने अपने पैसो से दिए.