खेत को रेत नहीं होने देंगे, मित्रों को भेंट नहीं देने देंगे। कृषि विरोधी क़ानून वापस लो : राहुल गांधी

नई दिल्ली, कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन पिछले नौ महीने से भी अधिक समय से जारी है। कोरोना संकट में संसद के मानसून सत्र के दौरान विपक्ष ने भी कृषि कानूनों को लेकर सदन में काफी हंगामा किया।

फिलहाल केंद्र सरकार और आंदोलनकारी किसानों के बीच कृषि कानूनों को लेकर कोई सहमति बनती नहीं दिख रही है, इस बीच कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक बार फिर ट्विटर के जरिए किसानों की मांगों का समर्थन किया है।

राहुल गांधी इन दिनों सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव हैं, वह लगातार अपने ट्वीट के जरिए केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साध रहे हैं। शुक्रवार को उन्होंने किसानों के समर्थन में एक और ट्वीट किया जो अब सुर्खियों में है। राहुल गांधी ने अपने ट्वीट में लिखा,

खेत को रेत नहीं होने देंगे, मित्रों को भेंट नहीं देने देंगे। कृषि विरोधी क़ानून वापस लो!

अपने इस ट्वीट के जरिए राहुल गांधी ने इशारों ही इशारों में केंद्र सरकार पर कृषि कानूनों के जरिए कारोबारियों को फायदा पहुंचाने का आरोप लगाया है।


यह पहली बार नहीं जब राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा हो, पहले भी कई बार कांग्रेस सांसद ने ट्वीट के जरिए मोदी सरकार पर हमला बोला है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने राष्ट्रीय मुद्रीकरण पाइपलाइन की घोषणा पर सवाल उठाते हुए राहुल गांधी ने कहा था कि कि कोविड के मरीजों की बढ़ती संख्या चिंताजनक है। अगली लहर में गंभीर परिणामों से बचने के लिए टीकाकरण में तेजी आनी चाहिए। कृपया अपना ध्यान खुद रखें क्योंकि भारत सरकार इस वक्त बिक्री में व्यस्त है।

खेत को रेत नहीं होने देंगे,
मित्रों को भेंट नहीं देने देंगे।

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