नई दिल्ली, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने रविवार को गरीबी के मुद्दे को उठाते हुए सरकार को निशाने पर ले लिया। राहुल ने आरोप लगाया कि देश का मध्यम वर्ग अब गरीब हो गया है और गरीबों की स्थिति और खराब हो गयी है।
देश में पिछले आठ वर्षों में गरीबों की संख्या तेजी से बढ़ने का दावा करने वाली एक खबर साझा करते हुए राहुल ने सरकार पर हमला बोला। उन्होंने सवाल किया कि वे लोग कहां हैं जो कहा करते थे कि ”अच्छे दिन” आने वाले हैं।
राहुल ने जो रिपोर्ट अपने ट्विटर अकाउंट पर साझा की, उसमें दावा किया गया है कि 2020 में 7.6 करोड़ लोग गरीबी रेखा के नीचे चले गए हैं और गरीबों की संख्या बढ़ रही है। एक ट्वीट कर राहुल ने पूछा, ”जो पहले मध्यवर्ग में थे, अब ग़रीब हैं। जो पहले ग़रीब थे, अब कुचले जा रहे हैं। कहां गए जो कहते थे अच्छे दिन आ रहे हैं?”
वहीं कांग्रेस ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर भी आरोप लगाया कि ‘अच्छे दिन’ आने का इंतजार करते-करते लोग अपने बेहतरीन दिन गंवाते चले गए। एक दिन पहले ही राहुल ने सरकार पर तेल और एलपीजी के बढ़ते दामों को लेकर भी हमला बोला था।
गौरतलब है कि राहुल ने एक दिन पहले ही एक अन्य रिपोर्ट साझा करते हुए दावा किया था कि एलपीजी के दाम बढ़ने से लाखों परिवार चूल्हा फूंकने को मजबूर हैं। कांग्रेस नेता ने ट्वीट में कहा था, ”विकास के जुमलों से कोसों दूर, लाखों परिवार चूल्हा फूंकने पर मजबूर। मोदी जी के विकास की गाड़ी रिवर्स गियर में है और ब्रेक भी फेल हैं।”
राहुल गांधी ने जिस खबर का हवाला दिया उसमें एक सर्वे रिपोर्ट के आधार पर बताया गया कि रसोई गैस के सिलेंडर के दाम बढ़ने के कारण 42 प्रतिशत परिवारों ने खाना बनाने के लिए फिर से लकड़ी का इस्तेमाल शुरू कर दिया है।