नई दिल्ली, ब्रिटेन में दुनिया के पहले ओमिक्रॉन संक्रमित शख्स की मौत हुई है। प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने चेतावनी जारी की है कि देश में कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन स्वरूप की ‘तूफानी लहर’ आ रही है, जिसे रोकना जरूरी है।
यहां यह वैरिएंट अभूतपूर्व ढंग से फैल रहा है। सभी संस्करणों में ओमिक्रॉन का हिस्सा 40 फीसदी होने के कारण यहां टीके की अतिरिक्त खुराक पर जोर दिया जा रहा है।
जॉनसन ने ओमिक्रॉन की तूफानी लहर को रोकने के लिए 18 साल के ऊपर के लोगों को दिसंबर अंत तक टीके की बूस्टर खुराक का लक्ष्य रखा है। उन्होंने कहा, हम पिछले कड़वे अनुभवों में देख चुके हैं कि संक्रमण का ग्राफ किस तरह से बढ़ता है। पिछले 24 घंटों में ओमिक्रॉन के 1,239 और केस दर्ज होने के बाद ब्रिटेन में कोविड अलर्ट स्तर को तीन से बढ़ाकर 4 किया गया है।
संक्रमण के इन मामलों के सामने आने के बाद ब्रिटेन में ओमिक्रॉन के मामले बढ़कर 3,137 हो गए हैं, जो एक दिन पूर्व 1,898 पर थे। स्तर-4 का अर्थ है कि संक्रमण तेजी से फैल रहा है और स्वास्थ्य सेवाओं पर इसका दबाव बढ़ने से हालात बिगड़ सकते हैं। इसे देखते हुए ब्रिटेन में सख्त उपायों पर जोर दिया जाने लगा है। इस बीच, विश्व के 63 देशों में ओमिक्रॉन फैल चुका है।
कोरोना वायरस के नए स्वरूप ओमिक्रॉन को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन समेत कई देशों की चिंता बढ़ गई है। इस बीच ब्रिटिश वैज्ञानिकों ने इस नए स्वरूप से होने वाली तबाही को लेकर आगाह किया है। लंदन स्कूल ऑफ हाइजीन एंड ट्रॉपिकल मेडिसिन और दक्षिण अफ्रीका के स्टेलनबोश यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने कहा है कि ओमिक्रॉन ब्रिटेन में तबाही मचा सकता है। यदि संक्रमण को रोकने के सख्त उपाय नहीं किए तो देश में अगले साल के अप्रैल तक 25,000 से 75,000 मौतें हो सकती हैं। वैज्ञानिकों ने कहा, यह वैरिएंट तेजी से फैल रहा है और महामारी की वजह बन सकता है।
चीन के झेजियांग प्रांत में 5 से 12 दिसंबर के बीच कोविड-19 के 138 मामले सामने आए हैं। ये सभी कोरोना वायरस के ‘डेल्टा’ स्वरूप के ‘उप वंश एवाई.4’ से संक्रमित हैं। इसके मद्देनजर अधिकारियों ने पूर्वी प्रांत के लाखों लोगों के बाहर यात्रा करने पर रोक लगा दी। इन 138 मामलों में से निंग्बो में 11, शाओक्सिंग में 77 और प्रांतीय राजधानी हांगझोऊ में 17 मामले सामने आए। जीनोम अनुक्रमण से इनकी पुष्टि एवाई.4 के रूप में हुई है। इसे अधिक संक्रामक और मूल कोरोना वायरस से अधिक ‘वायरल लोड’ वाला बताया गया है। इसे देखते हुए जनसभाओं और यात्रा पर प्रतिबंध लगा दिए हैं।
दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। उनका उपचार चल रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना की है। रामफोसा ऐसे दिन संक्रमित पाए गए जब देश में संक्रमण के दैनिक रिकॉर्ड में 37,875 नए मामले सामने आए हैं, जबकि एक दिन पहले मामलों की संख्या 17,154 थी। मंत्री मोंडली गुंगुबेले ने कहा, पूर्व उप राष्ट्रपति एफडब्ल्यू डे क्लार्क के सम्मान में आयोजित कार्यक्रम के बाद रामफोसा अस्वस्थ महसूस करने लगे।
पाकिस्तान के राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थान (एनआईएच) ने सोमवार को कहा कि पाकिस्तान ने देश के सबसे अधिक आबादी वाले शहर कराची में ओमिक्रॉन संस्करण के पहले मामले की पुष्टि की है। एनआईएच ने कहा, इस मामले को देखते हुए अन्य संदिग्ध नमूनों की भी निरंतर निगरानी की जा रही है।
60 से ज्यादा देशों में फैल चुके ओमिक्रॉन संस्करण को डब्ल्यूएचओ ने बेहद खतरनाक बताया है। उसने कहा, इस बात के साक्ष्य हैं कि इस वैरिएंट पर टीका काफी असरदार रहता है। डब्ल्यूएचओ ने दोहराया कि ओमिक्रॉन को लेकर बढ़ रहे खतरे के चलते चिंताएं बरकरार हैं। हालांकि इसकी गंभीरता पर नैदानिक डाटा सीमित है।
कोरोना के ओमिक्रॉन स्वरूप के बढ़ते दायरे के बीच वैज्ञानिक टीके के प्रभाव के आकलन में जुटे हैं। इमर्जिंग माइक्रोब्स एंड इंफेक्शन जनरल में प्रकाशित शोध के अनुसार पहले संक्रमित हो चुके व टीका लगवा चुके लोगों में ओमिक्रॉन को मात देने की क्षमता अधिक है।
चीन के नेशनल इंस्टीट्यूट्स फॉर फूड एंड ड्रग कंट्रोल का कहना है कि टीके की तीसरी खुराक ओमिक्रॉन से बचाने में ये कुछ हद तक ही कारगर हो सकती है। वैज्ञानिकों का कहना है कि शुरुआती परीक्षण में यही पता चला है कि पहले संक्रमित हो चुके व टीका लगवा चुके लोगों में बचाव की गुंजाइश कुछ हद तक है।
वैज्ञानिकों का कहना है कि ओमिक्रॉन की चपेट में आने का खतरा इसलिए है क्योंकि संक्रमण या टीके से बनी इम्युनिटी औसतन छह माह के बाद कमजोर होने लगती है।
कोविड को लेकर सोशल मीडिया पर भ्रामक जानकारियों के लिए यह प्लेटफार्म नहीं, बल्कि समाज खुद जिम्मेदार है। फेसबुक के कार्यकारी एंड्रयू बोस्वर्थ ने कहा कि लोग यह व्यक्तिगत तौर पर चुनते हैं कि उन्हें किसी चीज पर विश्वास करना है या नहीं।
वे ही यह भी तय करते हैं कि उन्हें क्या साझा करना है और क्या नहीं। उन्होंने कहा, मैं यह नहीं कह सकता अगर मैं उनकी बातों से सहमत नहीं हूं या उन्होंने जो कहा वह मुझे पसंद नहीं है, तो उनकी आवाज को खामोश कर दिया जाए, लेकिन कई बार बोलने की आजादी खतरनाक हो सकती है।
भारत में कोरोना के मामलों में उतार चढ़ाव जारी है। भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि 24 घंटे में 7350 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है। वहीं 202 मरीजों की मौत हो गई। राहत की बात ये है कि बीते 561 दिन में सक्रिय मामलों की संख्या घटकर सबसे कम 91,456 हो गई है।