लखनऊ, यूपी में जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव निपटने के बाद अब ब्लॉक प्रमुख चुनाव को लेकर हलचलें तेज हो गई हैं। गुरुवार को ब्लॉक प्रमुख पद के लिए नामांकन के दौरान कई जिलों में जमकर हिंसा हुई। इस दौरान लाठियां चलीं, गोलियां चलीं और कई के हाथ-पैर टूटे। ऐसा लगता है कि जैसे बिना हिंसा के कोई चुनाव हो ही नहीं सकते हैं। प्रदेश के सीतापुर, श्रावस्ती, अंबेडकरनगर समेत कई जिलों में हिंसक झड़प, हाथापाई और फायरिंग हुई हैं। सीतापुर में फायरिंग में चार लोग घायल हो गए हैं।
हिंसा की शुरुआत नामांकन पत्र को लेकर हुई। पुलिस मौके पर पहुंची और लाठीचार्ज करके उपद्रवियों को दूर किया। सीतापुर की फायरिंग में घायल चारों लोगों को लखनऊ में भर्ती कराया गया है।
इसी तरह श्रावस्ती जिले में नामांकन पत्र को लेकर सपा कार्यकर्ता और पुलिस वालों के बीच भिड़ंत हो गई। सपा नेताओं का आरोप है कि उन्हें नामांकन पत्र ही नहीं दिया जा रहा था। कहा कि जब वे समर्थकों के साथ नामांकन के लिए जा रहे थे तो पुलिस उन्हें रोकने लगी। इस पर पुलिसकर्मियों और सपा नेताओं के बीच झड़प हो गई, जिसके बाद सपा कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी शुरू कर दी। इस पर विवाद और बढ़ गया। मौके पर नेताओं, कार्यकर्ताओं का जमावड़ा शुरू हो गया। पुलिस ने भी तुरंत कार्रवाई करते हुए कई सपा नेताओं को गिरफ्तार कर लिया।
इसी तरह अंबेडकरनगर और फतेहपुर के तेलियानी ब्लाक में भी नामांकन दर्ज करने के दौरान हिंसा हुई। अंबेडकरनगर में भाजपा प्रत्याशी तेजस्वी जायसवाल ने आरोप लगाया कि पूर्व मंत्री लालजी वर्मा के हाथ से परिचय पत्र छीनने की कोशिश की गई। इसके बाद से देखते ही देखते दोनों पक्षों से लोग जमा होने लगे और बवाल मच गया। उधर, फतेहपुर के तेलियानी ब्लाक में समाजवादी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के समर्थकों के बीच मारपीट हो गई।
इसके पहले बुधवार को राज्य निर्वाचन आयुक्त ने कहा कि प्रदेश के सभी जिलों में 826 पदों पर ब्लॉक प्रमुख के चुनाव तय तारीखों पर ही होंगे। गुरुवार 8 जुलाई को नामांकन, 9 जुलाई को नाम वापसी और 10 जुलाई को मतदान के साथ परिणाम की घोषणा की जाएगी।
इसके साथ ही ब्लॉक प्रमुख के चुनाव को लेकर खर्च सीमा भी तय कर दी गई है। इसके मुताबिक, ब्लॉक प्रमुख चुनाव में प्रत्याशी अधिकतम दो लाख रुपये तक ही खर्च कर सकता है। जबकि नामांकन पत्र और जमानत राशि भी निर्धारित कर दी गई है।