लखनऊ, उत्तर प्रदेश में बुखार का कहर लगातार जारी है। कोरोना के बाद अब लोग बुखार की मार को झेल रहे है। बुखार और डेंगू से लोग बेहाल है और सरकारी व्यवस्थाएं पूरी तरह फेल होती दिख रही है। बुखार की मार से यूपी में हाल बेहाल है बीते 25 दिनों से प्रदेश के कई जिलों और गांवों में बुखार अपना तांडव मचा रहा है। बुखार से पीड़ितों की संख्या में न तो कमी आ पा रही है और न ही बीमारों की संख्या में कोई कमी आ रही है। लगातार मरीज बढ़ रहे हैं और बढ़ता जा रहा है मौतों का आंकड़ा।
फर्रुखाबाद का शायद ऐसा गांव हो जहा कोई बीमार न हो जहां पर लोग बीमार न हो। कमालगंज ब्लॉक क्षेत्र के एक दर्जन से अधिक गांव में कई ग्रामीण बुखार से तप रहे हैं। घरों पर ही कई लोगों का इलाज चल रहा है। लोग बीमारी को देखकर घबराए हुए हैं। गांव में न तो लोगों की जांच हुई है न ही स्वास्थ्य टीम पहुंची है।
अगर बात करें सीतापुर जिले की तो मुख्यालय से करीब 10 कलोमीटर दूर जवाहरपुर गांव में बुखार से लोग बीमार हैं। बीमारी के चलते एक 4 साल के बच्चे की मौत हो गई है, गांव में नालियां गंदगी से बजबजा रहीं है। गांव में जगह-जहर रास्ते पर गंदगी का अंबार लगा हुआ है।
वहीं अगर बात करें ताजनगरी आगरा की तो जिले में लगातार डेंगू का कहर बढ़ता जा रहा है। मरीजों की संख्या बढ़ने के बाद जिला चिकित्सा अधिकारी ने कई ग्रामीण क्षेत्रों का दौरा किया जहां सीएमओ ने ग्रामीणों से हालात की जानकारी ली और स्वास्थ्य टीमों को लगातार सैंपलिंग और कैम्प लगाने के निर्देश दिए।
जिले बदलते है शहर बदलते हैं लेकिन बुखार से बीमार लोगों को हालात बदल नहीं पा रहे हैं। लोग प्रशासन से उम्मीद कर रहे हैं लेकिन न तो सही समय पर जांच हो पा रही है और न ही सही समय पर ईलाज। आखिर कब तक स्वास्थ्य विभाग के ऐसे हालात रहेंगे ये तो जिम्मेदार ही बता सकते हैं।