नई दिल्ली, क्या आपको मालूम है कि आपके घर में बेकार पड़े मोबाइल फोन की कीमत सोने से कहीं ज्यादा होती है। क्या आपको पता है कि आखिर मोबाइल फोन के बदले कितने टन सोना मिल सकता है?
अगर नहीं, तो जान लीजिए के एक टन बेकार पड़े मोबाइल के बदले एक टन से ज्यादा सोना खरीदा जा सकता है। एक्सपर्ट की मानें, तो एक टन बेकार पड़े मोबाइल फोन की कीमत एक टन कच्चे सोने से ज्यादा होती है।
इंटरनेशनल ई-वेस्ट डे 2021 के मौके पर एक्सपर्ट ने बताया कि विश्वभर में लगातार मोबाइल फोन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक प्रोडक्ट से ई-कचरा निकल रहा है। लेकिन इसका सही से निस्तारण नहीं हो रहा है। रिपोर्ट की मानें, तो इसमें कारोबारियों और सरकार को आगे आना चाहिए। क्योंकि ई-कचरे का इस्तेमाल करके बड़े पैमाने पर मुनाफा कमाया जा सकता है। एक्सपर्ट की मानें, तो खराब और बेकार प्लग-इन या फिर बैटरी ऑपरेटेड प्रोडक्ट का दोबारा इस्तेमाल किया जा सकता है। इससे नये रिसोर्ट की जरूरत भी कम होगी।
रिपोर्ट के मुताबिक अगर एक मिलियन सेल फोन को रिसाइकल किया जाए, तो उससे 24 किग्रा सोना, 16,000 किग्रा कॉपर, 350 किग्रा सिल्वर और 14 किग्रा पैलेडियम निकलेगा। लेकिन 82.6 फीसदी मोबाइल फोन्स और इलेक्ट्रॉनिक प्रोडक्ट को बेकार मानकर फेंक दिया गया था। पिछले साल की ग्लोबल ई-वेस्ट मॉनिटर रिपोर्ट की मानें, तो साल 2019 में 53.6 मिलियन मिट्रिक टन WEEE पैदा हुआ है। जो पिछले 5 साल में सबसे ज्यादा था। इसकी कुल कीमत करीब 413,277 करोड़ रुपए (5,700 करोड़ डॉलर) के बराबर थी, जोकि कई देशों के जीडीपी से भी ज्यादा है।
रिपोर्ट की मानें, तो इस साल इलेक्ट्रॉनिक और इलेक्ट्रिकल इक्विपमेटं (WEEE) के कचर का पहाड़ 57.4 मिलियन टन हो सकता है। जिसका वजन चीन की ग्रेट वॉल चाइना से ज्यादा होगा। यह पृथ्वी का सबसे भारी आर्टिफिशियल ऑब्जेक्ट हो जाएगा। आमतौर पर औसतन हर घर में 72 इलेक्ट्रॉनिक प्रोडक्ट में से 11 बेकार पड़े होते हैं। यूरोप जैसे देश में औसतन सालाना हर एक व्यक्ति 4 से 5 किग्रा इलेक्ट्रॉनिक कचरे को पैदा करता है।