पुणे, जिले के जेजुरी में एक ऐसा शख्स पुलिस के हत्थे चढ़ा है, जो किन्नर होने का नाटक करके साड़ी पहनकर महिलाओं के जेवरात चुराया करता था. पुलिस ने इस आरोपी को सोलापुर से गिरफ्तार किया है।
खास बात यह है कि यह शख्स कोई किन्नर नहीं है. लॉकडाउन के चलते कोई काम नहीं होने के कारण इस आरोपी ने किन्नर होने का बहाना करके चोरी करने का जुर्म कबूला है।
आरोपी की पहचान अभिषेक रावसाहेब भोरे के नाम से हुई है. जेजुरी पुलिस के मुताबिक, लॉकडाउन के चलते मंदिरों को फिर से खोल दिया गया है. जेजुरी के तीर्थ क्षेत्र में लोक कलाकार अब सांस्कृतिक कार्यक्रम शुरू कर चुके हैं।
जेजुरी की एक महिला कलाकार को एक सह-कलाकार की आवश्यकता थी. फेसबुक पर सर्च करने के बाद रानी किन्नर नाम से एक अकाउंट मिला. वह एक कलाकार के रूप में उसके साथ काम करने को तैयार हो गई. उसने बिना किसी हिचकिचाहट के जेजुरी बुलाया और उसे सह-कलाकार के रूप में लेने का फैसला किया।
किन्नर होने का बहाना करके दो दिन तक आरोपी शिकायतकर्ता महिला के साथ रहा. तीसरे दिन किन्नर के भेष में रह रहे चोर ने डेढ़ तोला सोना और अन्य जेवरात तथा छह हजार रुपये नकद चुराकर रात के अंधेरा फायदा उठाकर भाग गया।
महिला ने जब जेजुरी पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई तो पुलिस इंस्पेक्टर सुनील महाडिक ने एक टीम सोलापुर भेजकर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. लॉकडाउन के चलते कोई काम ना होने के कारण इस आरोपी ने किन्नर बनकर चोरी करने का जुर्म कबूला है. आरोपी को सासवड कोर्ट ने 4 दिन की पुलिस रिमांड में भेजने के आदेश दिए हैं।