इटावा, बरेली-ग्वालियर हाईवे पर स्थित ग्राम मोहब्बतपुर के पास एक गैराज में दो मैकेनिकों की मौत हो गई। यह घटना शनिवार रात की है, जब दोनों मैकेनिक वैन की मरम्मत करने के बाद उसी वैन में सो गए थे और सर्दी से बचने के लिए ब्लोअर चला दिया था।
रविवार सुबह उनके शव वैन में पड़े मिले, जिसके बाद यह मामला चर्चा में आ गया।
देर रात कार की इंजन की कर रहे थे मरम्मत
पुलिस के अनुसार, मैकेनिक शैलेंद्र कुमार राजपूत और सहायक समर कुमार शनिवार रात बरेली-ग्वालियर हाईवे पर स्थित एक गैराज में वैन के इंजन की मरम्मत कर रहे थे। मरम्मत के बाद उन्होंने सर्दी से बचने के लिए वैन के अंदर ब्लोअर चला दिया और सोने के लिए लेट गए।
अगली सुबह गाड़ी में ही दोनों मृत अवस्था में पाए गए
रविवार सुबह जब गैराज के पास रहने वाले विमलेश कुमार गैराज पहुंचे तो उन्होंने देखा कि वैन की इंजन चल रही थी। उन्होंने खिड़की से झांका और दोनों मैकेनिकों को सोते हुए पाया। जब उन्हें जगाने की कोशिश की गई, लेकिन वे नहीं जागे। फिर पानी डालने के बावजूद जब वे नहीं उठे तो लोगों को चिंता होने लगी। इसके बाद विमलेश ने तत्काल मामले की जानकारी परिवार वालों को दी।
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची तो दोनों को मृत अवस्था में पाया। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और मामले की जांच शुरू कर दी। एसएसपी संजय कुमार वर्मा ने बताया कि पुलिस और फोरेंसिक टीम द्वारा की गई जांच में यह पाया गया कि वैन में ब्लोअर चालू होने के कारण कार्बन मोनोऑक्साइड (CO) गैस का निर्माण हुआ, जिससे वैन के अंदर ऑक्सीजन की कमी हो गई। इसके परिणाम स्वरूप दोनों मैकेनिकों की दम घुटने से मौत हो गई।
पुलिस के अनुसार, जांच में यह भी पाया गया कि दोनों के शरीर पर किसी प्रकार के चोट के निशान नहीं थे, जिससे यह स्पष्ट होता है कि उनकी मृत्यु गैस के प्रभाव के कारण हुई।