शुरू हुआ इंट्रा नेजल कोविड वैक्सीन का ट्रायल, 30 लोगों को लगाई गई पहली डोज़

कानपुर, भारत बायोटेक की निर्मित इंट्रा नेजल कोविड वैक्सीन का मंगलवार को कानपुर में ट्रायल किया गया। नेजल वैक्सीन लेने का उत्साह इस कदर रहा कि निर्धारित संख्या से ज्यादा लोग पहुंच गए।

पहले दिन सिर्फ 30 वॉलंटियरों को नेजल वैक्सीन दी गई। सबसे कम उम्र की 20 साल की युवती और 21 साल के युवक ने सबसे पहले वैक्सीन ली।

शहर के दो नामचीन डॉक्टर भी परिवार के साथ पहुंचे। इस बीच, भारत बायोटेक और आईसीएमआर ने ट्रायल सेंटर को 20 और वॉलटियरों को वैक्सीन देने अनुमति दे दी है। अब दूसरे फेज में कानपुर के ट्रायल सेंटर प्रखर हॉस्पिटल में 50 वालंटियरों को नोजल वैक्सीन दी जाएगी।

भारत बायोटेक और आईसीएमआर की टीम की देखरेख में नेजल वैक्सीन का ट्रायल प्रखर हॉस्पिटल दोपहर 2 बजे शुरू किया गया। ट्रायल 30 वॉलंटियरों पर होना था, लेकिन 11 बजे ही 40 वॉलंटियर पहुंच गए। टीम के डॉक्टरों ने सभी वॉलंटियरों के ब्लड और यूरिन सैंपल लेकर बारी-बारी से सभी को वैक्सीन दी।

ट्रायल टीम के चीफ गाइड डॉ.जेएस कुशवाहा ने बताया कि सभी वॉलंटियरों को पहले नाक के दोनों ओर 2-2 बूंद देकर बेड पर लिटा दिया गया। 5 मिनट बाद फिर 2-2 बूंद वैक्सीन दी गई। आधे घंटे के बाद सभी को भेज दिया गया। वॉलंटियरों में ज्यादा तर प्रबुद्ध वर्ग के लिए लोग रहे। पहला टीका लेने वाली युवती ने बताया कि नेजल वैक्सीन प्रभावी दिख रही है। जरा सी तकलीफ नहीं हुई, न ही भारीपन का अहसास हुआ है। आधा घंटे सेंटर में रूकने के बाद भी कोई बदलाव नहीं दिखे।

डॉ.कुशवाहा ने बताया कि वालंटियरों में कुछ पोस्ट कोविड मरीज भी रहे जिन्होंने अभी तक वैक्सीन नहीं लगवाई थी। 28वें दिन पर जब वैक्सीन की दूसरी डोज दी जाएगी तब सभी में पता लग जाएगा कि उन्हें पहले से कितनी एंटी बॉडी थी और डोज लेने के बाद कितनी बनी। सैंपलिंग की रिपोर्ट भारत बायोटेक बाद में जारी करेगा।

बुधवार को भी वॉलंटियर आए तो 20 को ट्रायल में नेजल वैक्सीन दी जाएगी। आईसीएमआर ने वॉलंटियरों की पहचान पर रोक लगा रखी है इसलिए किसी के नाम का खुलासा नहीं किया गया है।

नेजल वैक्सीन के ट्रायल में शामिल वॉलंटियरों के अलग-अलग अनुभव रहे। शहर के मेडिसिन विशेषज्ञ ने नेजल वैक्सीन परिवार के साथ ली। उन्होंने कहा कि इस वैक्सीन से लोगों का डर खत्म हो जाएगा। कुछ लोगों में सुई लगने का डर रहता है पर इसमें यह डर भी खत्म हो गया है। कोरोना वायरस का हमला नेजल से ही होता है इसलिए वैक्सीन वायरस के आते ही खत्म कर देगी। ट्रायल से लग रहा है कि यह वैक्सीन गेम चेंजर होगी क्योंकि अब तो कोई लगवा सकेगा। इसका असर दिख रहा है।

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