ट्रेनी डॉक्टर ने लगाया गलत इंजेक्शन..मौत:परिजन बोले- KGMU से उठा ले गए; कहा- सस्ते में करा देंगे इलाज, मौत के बाद मांगे पैसे

लखनऊ, उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में मरीज से उगाही का एक मामला सामने आया है जहां मरीज की पत्नी को डॉक्टर ने फोन कर निजी अस्पताल में सस्ते में बेहतर इलाज कराने का झांसा दिया। पत्नी मरीज को KGMU से खदरा के एमजे अस्पताल लेकर चली गई। यहां इलाज के दौरान मरीज की मौत हो गई।

अब पत्नी ने इलाज में लापरवाही और वसूली का आरोप लगाते हुए पुलिस कमिश्नर और सीएमओ से शिकायत की है। सीएमओ की टीम शनिवार देर शाम अस्पताल जांच करने पहुंची।

घटना 15 नवंबर की है। मामला शिकायत के बाद सामने आया है। इससे पहले खदरा के केडी अस्पताल में KGMU से शिफ्ट कराए गए मरीज की मौत का मामला सामने आया था।

पति आलम को बीमार होने पर KGMU में भर्ती कराया था। यहां पति का इलाज चल रहा था। 14 नवंबर को खदरा पक्का पुल स्थित एमजे हॉस्पिटल से डॉ. जुनैद नाम के व्यक्ति का कॉल उनके मोबाइल पर आया। उसने केजीएमयू में मरीज को इलाज न मिलने की बात कही। बेहतर और सस्ता इलाज देने के जाल में फंसाकर मरीज को 14 नवंबर को ही केजीएमयू से एमजे हॉस्पिटल में शिफ्ट करा दिया।

जबरन लगाया ऑक्सीजन मुस्कान का आरोप है कि शुरुआत में 10 हजार रुपए एमजे हॉस्पिटल में जमा करवा लिए गए। पति के स्वस्थ होने पर भी जबरन ऑक्सीजन लगा दिया गया। जबकि KGMU में ऑक्सीजन नहीं लगा था। बेड चार्ज और दवाओं के नाम पर डेढ़ लाख रुपए वसूल लिए गए।

मुस्कान का आरोप है कि अस्पताल में ट्रेनी डॉक्टरों ने गले की नली में गलत इंजेक्शन लगा दिया। पति की हालत बिगड़ गई और वेंटिलेटर पर भर्ती से पहले 5 हजार रुपए जमा करवा लिए। गलत इलाज से 15 नवंबर को ही पति की मौत हो गई।

मृत्य प्रमाण पत्र के मांगे 20 हजार मुस्कान जब एमजे हॉस्पिटल से पति का मृत्यु प्रमाण पत्र लेने पहुंची। तब डॉक्टर और स्टॉफ ने 20 हजार रुपए की मांग की। इस पर मुस्कान और परिवार के लोगों से अस्पताल में मौजूद स्टाफ से कहासुनी हो गई। मुस्कान बिना प्रमाण पत्र लिए ही लौट गई। अब उसने एमजे हॉस्पिटल के खिलाफ सीएमओ और पुलिस कमिश्नर से लिखित शिकायत कर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।

CMO की टीम शनिवार देर शाम अस्पताल निरीक्षण करने पहुंची। टीम ने मरीज के इलाज से जुड़े दस्तावेज ले लिए हैं। वहीं अस्पताल संचालक से सीसीटीवी फुटेज भी लिया है। जांच दौरान अस्पताल में संचालक समेत कुशल विशेषज्ञ मिले। सीएमओ का कहना है दोनों पक्षों के बयान दर्ज किए है। सुबूत के आधार पर आगे की कार्रवाई होगी।

सीएमओ डॉ. एनबी सिंह के निर्देश पर शनिवार देर शाम करीब सात बजे डिप्टी सीएमओ डॉ. केडी मिश्रा टीम संग अस्पताल गए। वहां पर जांच दौरान एमडी मेडिसिन डॉ. जफर मिले। टीम ने मरीज के इलाज से जुड़े दस्तावेज लेने संग फुटेज मांगी है।

डॉ. केडी मिश्रा ने बताया मरीज क्रॉनिक लिवर डिजीज से ग्रस्त था। टीम ने मरीज की फाइल लेने संग डॉक्टराें को बयान दर्ज करने के​ लिए सीएमओ आफिस सोमवार को तलब किया है।

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