नई दिल्ली, आपको भी नौकरी की तलाश है और अगर आप भी फ्रेशर्स हैं तो आपके पास एक सुनहरा मौका है. दरअसल, देश की टॉप आईटी कंपनियों के बीच अच्छे टेक्नोलॉजी टैलेंट को हायर करने की होड़ मची हुई है. भारत की बड़ी आईटी कंपनियों टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS), इंफोसिस (Infosys), विप्रो (Wipro) और एचसीएल टेक्नोलॉजीज (HCL) की ओर से इस वित्तीय वर्ष में संयुक्त रूप से 1 लाख से ज्यादा फ्रेशर्स को नौकरी देने की उम्मीद है।
देश की दूसरी सबसे बड़ी आईटी कंपनी इंफोसिस (Infosys) ने बुधवार को कहा कि वह इस साल करीब 45,000 फ्रेशर्स को कंपनी में हायर करेगी क्योंकि एट्रिशन रेट (कंपनी को छोड़कर कर्मचारियों के जाने का रेट) में तेज बढ़ोतरी देखी गई है. इंफोसिस के सीओओ (UB) प्रवीण राव ने बताया, “मार्केट में मौजूद सभी संभावनाओं का लाभ उठाने के लिए, हम अपने कॉलेज ग्रेजुएट हायरिंग प्रोग्राम को इस साल बढ़ाकर 45,000 तक ले जाएंगे. इसके अलावा हम अपने कर्मचारियों के हेल्थ और वेलनेस उपायों, रिस्किलिंग प्रोग्राम और करियर ग्रोथ के मौके सहित दूसरी जरूरत पर ध्यान देना जारी रखेंगे.”
देश की सबसे बड़ी आईटी फर्म टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज यानी टीसीएस (TCS) ने शुक्रवार को कहा कि उसकी चालू वित्त वर्ष की दूसरी छमाही में 35 हजार नए ग्रेजुएट को नियुक्त करने की योजना है. कंपनी ने पिछले छह महीनों में पहले ही 43,000 ग्रेजुएट को काम पर रखा है. सितंबर तिमाही में कंपनी का एट्रिशन रेट बढ़कर 11.9% हो गया, जो पिछली तिमाही में 8.6% था.
आईटी क्षेत्र की दिग्गज कंपनी विप्रो (Wipro) के सीईओ और एमडी थिएरी डेलापोर्ट ने अपनी दूसरी तिमाही के अर्निंग अपडेट के दौरान कहा कि दूसरी तिमाही में 8,100 युवा सहयोगियों के कैंपस से जुड़ने के साथ कंपनी ने अपनी फ्रेशर हायरिंग को दोगुना कर दिया है
एचसीएल टेक्नोलॉजीज ने गुरुवार को कहा कि कंपनी इस साल लगभग 20,000-22,000 फ्रेशर ग्रेजुएट्स को हायर करने की तैयारी कर रही है और अगले साल 30 हजार फ्रेशर्स को शामिल करने की योजना बना रही है।