नई दिल्ली, चीन में छोटे बच्चों में निमोनिया के कई मामले सामने आए हैं। बड़ी संख्या में बच्चे निमोनिया का शिकार हो रहे हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, देश में बच्चों के हॉस्पिटल्स में निमोनिया के मरीजों (china me pneumonia) की संख्या बहुत अधिक बढ़ गयी है और रोजाना भारी संख्या में मरीज अस्पताल आ रहे हैं।
एक्सपर्ट्स के अनुसार अभी तक इस बीमारी का सही कारण पता नहीं चल सका है। वहीं, निमोनिया से पीड़ित बच्चों में जो लक्षण दिखायी दे रहे हैं उनमें तेज बुखार प्रमुख लक्षण है। वहीं, कुछ बच्चों में फेफड़ों में सूजन (inflammation in lungs) की समस्या भी देखी जा रही है। (pneumonia in china updates in hindi,)
हालांकि, डॉक्टरों और एक्सपर्ट्स की तरफ से अभी तक ऐसे कोई संकेत मिलने की बात नहीं कही गयी है कि चीन में निमोनिया से जुड़े ये इंफेक्शन गम्भीर हैं।
इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर इंफेक्शियस डिजीज की रिपोर्ट के अनुसार ”बीते कुछ दिनों में निमोनिया के जो मामले सामने आए हैं उनसे जुड़ी रिपोर्ट्स साल 2019 में वुहान में एक रहस्यमय निमोनिया आउटब्रेक से जुड़ी रिपोर्ट्स से मिलती-जुलती हैं। निमोनिया के बाद ही कोविड -19 की शुरुआत हुई थी। इसीलिए, माता-पिता अब इस बात पर चिंता जता रहे हैं कि कहीं निमोनिया के मामले किसी नयी महामारी का कारण ना बन जाए।”
कुछ एक्सपर्ट्स का कहना है कि इस प्रकोप की वजह माइकोप्लाज्मा निमोनिया हो सकता है जिसे बोलचाल की भाषा में “वॉकिंग निमोनिया” भी कहा जाता है। निमोनिया के बढ़ते मामलों को देखते हुए एक्सपर्ट्स ने यह भी आशंका जतायी है कि चीन में अन्य श्वसन संक्रमणों में भी बढ़ोतरी हो सकती है। यह स्थिति बिल्कुल वैसी हो सकती है जैसा 3 साल पहले लॉकडाउन के बाद पहली सर्दियों में देखने को मिले थे।
जानकारों का कहना है कि जीरो कोविड नीति का पालन बंद करने के बाद चीन में संक्रमण के मामलों में तेजी देखी जा रही है।