लखनऊ, मौसम में फिर बदलाव के संकेत हैं। एक ताकतवर पश्चिमी विक्षोभ अफगानिस्तान के आसमान में सिर उठा रहा है। इसको अरब सागर से जबरदस्त ताकत मिल रही है। मौसम विभाग के अनुसार इसका असर 11 अप्रैल तक लखनऊ पहुंचेगा।
इस दौरान लखनऊ समेत प्रदेश के अधिसंख्य जिलों में सामान्य से तेज बारिश होने की संभावना है। साथ ही कहीं कहीं पर बिजली गिर सकती है। पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव 10 तारीख की रात से दिखने लगेगा। पूरी तरह प्रभाव शुरू होने के बाद बारिश के साथ तेज आंधी भी आ सकती है। अमौसी स्थित मौसम केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह के अनुसार इसका असर व्यापक होगा। पश्चिमी विक्षोभ गुजर जाने के बाद रात के तापमान में गिरावट होगी। ऐसे में आने वाले दो सप्ताह भीषण गर्मी जैसी परिस्थिति बनने की संभावना है। हीट वेव की आशंका के बीच स्कूल-कॉलेजों के समय में बदलाव के आदेश जारी हो गए हैं।
प्रचंड गर्मी पड़ने के संकेत
अप्रैल में ही प्रचंड गर्मी पड़ने के संकेत हैं। मौसम विभाग के पूर्वानुमान को देखते हुए जिलाधिकारी ने जिले के सभी विभागाध्यक्षों से हीटवेव यानी लू से बचाव के लिए जरूरी दिशा निर्देश दिए हैं। पार्कों, पर्यटन स्थलों समेत अन्य भीड़ वाले स्थानों पर निशुल्क प्याऊ और छाया का इंतजाम करने का निर्देश दिया है। कालेजों तथा प्राथमिक विद्यालयों के समय में परिवर्तन कराने के निर्देश भी लखनऊ के डीएम ने दिए हैं।
साथ ही कहा है कि दिन में खेल गतिविधियां या फील्ड विजिट जैसे क्रियाकलाप न करें। मनरेगा के तहत कार्य करने वाले श्रमिकों से दोपहर में काम न लेने का निर्देश दिया है। डीएम सूर्य पाल गंगवार ने बताया कि शासन की ओर से इस संबंध में निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने विभिन्न विभागों को पार्कों और सार्वजनिक स्थानों पर लू से बचाव और सुरक्षा संबंधित पोस्टर लगाने के निर्देश भी दिए ताकि आमजन जागरूक हो सकें। इसके अलावा अस्पतालों में ओआरएस, लू में दी जाने वाली दवाओं की उपलब्धता बनाने के निर्देश दिए हैं। डीएम ने ग्रामीण क्षेत्रों के लिए एसडीएम को भी दिशा निर्देश जारी किए हैं। इनके तहत लेखपाल, कानूनगो और ग्राम प्रधान के माध्यम से हीट वेव से बचाव के संबंध में प्रशिक्षण देने का निर्देश है। शहरी क्षेत्र में यह जिम्मेदारी उच्च शिक्षा अधिकारी, जिला विद्यालय निरीक्षक और बेसिक शिक्षा अधिकारी को दी है।
उधर, ताजनगरी आगरा में शनिवार की सुबह शहर भर में रुक-रुककर हल्की बारिश हुई। इससे मौसम खुशनुमा हो गया। लेकिन धूप खिलने के बाद दोपहरी तप गई। बारिश के बाद धूप से हल्की उमस का भी एहसास हुआ। हालांकि इससे तापमान सधा रहा। सुबह नौ बजे से ही शहर के तमाम इलाकों में कहीं रिमझिम तो कहीं हल्की बारिश शुरू हो गई। यह कई बार टुकड़ों में होती रही। सुबह 10 बजे तक यह सिलसिला चलता रहा। इसके बाद भी करीब एक घंटे तक आसमान में बादल छाए रहे। दोपहर करीब 12 बजे के आसपास मौसम खुला और तेज धूप खिली। इसके बाद गर्मी का एहसास हुआ। बारिश के बाद निकली धूप चुभन भरी रही। लेकिन इस मौसम ने तापमान को साधे रखा है। अधिकतम तापमान सामान्य से दो डिग्री ज्यादा होकर 37.7 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। न्यूनतम तापमान सामान्य से चार डिग्री अधिक होकर 22.8 डिग्री सेल्सियस रहा। आर्द्रता का अधिकतम प्रतिशत 50 रहा। मौसम विभाग के मुताबिक 10 अप्रैल तक बादल छाए रहेंगे। 11 को बारिश के आसार हैं।
पिछले करीब 10 दिन से पड़ रही तेज गर्मी के बीच शनिवार को मौसम ने करवट ली। दोपहर बाद आसमान में बादल छा गए। इससे लोगों को थोड़ी राहत मिली। मौसम विभाग का मानना है कि अगले तीन-चार दिन में जिले के कई हिस्सों में गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है। इससे पहले शनिवार को दिन की शुरुआत तीखी धूप से हुई। दिन के चढ़ते ही लोगों को गर्मी और तपिश सताने लगी। दोपहर बाद आसमान में बादल मंडराने लगे। शाम होते-होते हवा चली और गर्मी से थोड़ी राहत मिली। हालांकि दिन के तापमान में कोई खास बदलाव नहीं आया। यह आंशिक गिरावट के साथ 40.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो अप्रैल के औसत तापमान से 2.3 डिग्री सेल्सियस कम रहा। वहीं शनिवार को भी प्रयागराज लगातार पांचवें दिन प्रदेश में सबसे गर्म रहा। 39.8 डिग्री सेल्सियस तापमान के साथ वाराणसी दूसरे स्थान पर रहा।