नई दिल्ली, क्या हो अगर इस धरती के हर इंसान को इतनी शराब पीने के लिए दे दी जाए कि वह सौ करोड़ वर्षों तक रोज 3 लाख लीटर पी सकें। जी हां, ऐसा संभव है लेकिन ऐसा कर पाने में दो दिक्कतें हैं, पहली शराब का यह भंडार बहुत दूर है और दूसरी दिक्कत है कि इसमें मेथेनॉल की मात्रा बहुत ज्यादा है जो जहरीली शराब के रूप में पहचानी जाती है।
NASA के वैज्ञानिकों के अनुसार धरती से लगभग 10 हजार प्रकाश वर्ष की दूरी पर हमारी मिल्की वे गैलेक्सी के केंद्र के पास एक शराब का विशाल बादल तैर रहा है।यह एक्विला सोलर सिस्टम के पास है। एल्कोहल के इस तैरते बादल की लंबाई चौड़ाई हमारे पूरे सौर मंडल (जिसमें सूर्य तथा सभी नौ ग्रह शामिल हैं) से भी लगभग एक हजार गुणा (लगभग 488 अरब किलोमीटर) बड़ी है।
एल्कोहल का यह बादल धनु B2 से 100 क्वाड्रिलियन किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। अब तक प्राप्त डेटा के अनुसार इसमें कुल 32 अलग-अलग केमिकल भी शामिल हैं जिनमें से कुछ इंसानों के लिए जानलेवा है। वैज्ञानिक इस खोज (Science News) से अतिउत्साहित हैं। इन बादलों के जरिए तारों के निर्माण को समझा जा सकता है और ब्रह्मांड में जीवन किस तरह पनपता है, उसे समझा जा सकता है।
नेशनल रेडियो एस्ट्रोनॉमी ऑब्ज़र्वेटरी के बैरी टर्नर का दावा है कि ये अल्कोहल बादल “हमें यह समझने में बेहतर मदद कर सकते हैं कि ब्रह्मांड में जीवन कैसे विकसित हो सकता है”। एल्कोहल एक कार्बनिक पदार्थ है, माना जाता है कि पृथ्वी पर जीवन के विकास में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। ऐसे में संभव है कि यह अन्य ग्रहों पर भी जीवन के विकास के लिए जरूरी केमिकल्स का निर्माण कर रहा हो।