जेद्दा, दुनिया के सबसे पवित्र स्थल सऊदी अरब के मक्का शहर में भारी बारिश के बाद भयंकर बाढ़ आ गई, जिससे पूरे क्षेत्र में भारी तबाही मच गई है. सोशल मीडिया पर इस बाढ़ की भयावह वीडियो वायरल हो रहे हैं.र्यावरणविद इस बाढ़ को जलवायु परिवर्तन का संकेत मान रहे हैं.
मक्का में बाढ़ की भयावहता
मक्का के अल-आवली इलाके में बाढ़ के कारण लोग अपने घरों में फंसे हुए हैं. कई वीडियो में देखा गया है कि स्थानीय लोग मानव श्रृंखला बनाकर बच्चों को बचाने की कोशिश कर रहे हैं, जो बाढ़ के पानी में फंस गए थे. एक अन्य वीडियो में एक व्यक्ति को देखा गया, जो बाढ़ के पानी में गिरकर अपनी बाइक से गिर पड़े एक डिलीवरी ड्राइवर की मदद के लिए दौड़ता है.
सड़क पर कई कारें और यहां तक कि एक पर्यटक बस भी बाढ़ के पानी में फंसी पाई गई हैं. बाढ़ के पानी में तिनके, पेड़ और मलबा भी बहते हुए दिखाई दे रहे हैं. मक्का और उसके आसपास के क्षेत्रों में हुई इस अप्रत्याशित बाढ़ ने लोगों को संकट में डाल दिया है.
मक्का के साथ-साथ अन्य क्षेत्रों में भी बारिश का असर
सिर्फ मक्का ही नहीं, बल्कि सऊदी अरब के अन्य प्रमुख शहर जैसे मदीना, रियाद, अल-बाहा और तबुक भी भारी बारिश और बाढ़ से प्रभावित हुए हैं. ये क्षेत्र हर साल लाखों हज यात्रियों को आकर्षित करते हैं, जो इस मौसम में भी भारी बारिश और बाढ़ का सामना कर रहे हैं.
राष्ट्रीय मौसम विज्ञान केंद्र (NMC) के अनुसार, इस मौसम की शुरुआत से ही बारिश तेज़ होती जा रही है और यह अनुमान है कि आगामी सप्ताह तक बारिश और तूफान जारी रह सकते हैं. सऊदी प्रेस एजेंसी के मुताबिक, अगले कुछ दिनों तक यह दुर्लभ बारिश जारी रहने की संभावना है, जिससे और भी परेशानी हो सकती है.
मौसम विभाग की चेतावनी
मक्का और उसके आसपास के क्षेत्रों में भारी बारिश और धूलभरी आंधियों की चेतावनी जारी की गई है. मौसम विभाग ने कई क्षेत्रीय चेतावनियां जारी की हैं और बताया है कि इस सप्ताह बारिश का सिलसिला और तेज हो सकता है. विशेष रूप से मक्का, मदीना और रियाद के क्षेत्र में अधिक से अधिक बारिश की संभावना है.
हालांकि यह बारिश सऊदी अरब के लिए असामान्य है, लेकिन यह जलवायु परिवर्तन और मौसम के असामान्य पैटर्न के कारण हो सकता है. स्थानीय निवासियों और हज यात्रा पर आने वाले लोगों को इस अप्रत्याशित मौसम से निपटने के लिए सावधानी बरतने की सलाह दी जा रही है.