भिंड, मध्य प्रदेश के भिंड जिले से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है यहाँ जिस लाश को ज्योति शर्मा समझकर दाह संस्कार किया गया था, वह लाश ज्योति की थी ही नहीं, बल्कि ज्योति तो भिंड छोड़कर दिल्ली से सटे नोएडा में थी.
दरअसल, मेहगांव में रहने वाले सुनील शर्मा की पत्नी ज्योति शर्मा पिछली 2 मई को अचानक घर से लापता हो गई थी. पहले तो सुनील ने अपने स्तर पर ज्योति को तलाशा, मगर जब कहीं कोई खबर नहीं प्राप्त हुई तो मेहगांव थाने में शिकायत दर्ज करवाई. 2 दिन बाद 4 मई को एक महिला की जली हुई लाश थाने के कतरौल गांव के पास खेत में पड़ी मिली. जली हुई लाश की शिनाख्त करने के लिए ज्योति के मायके तथा ससुराल पक्ष के लोग घटनास्थल पर पहुंच गए. यहां ज्योति का पति सुनील शर्मा लाश को किसी और महिला की बताता रहा, जबकि मायके पक्ष के लोगों ने लाश की शिनाख्त ज्योति के रूप में ही की.
मायके पक्ष की पहचान के आधार पर पुलिस ने उस लाश को ज्योति की लाश मान लिया तथा आगे की कार्रवाई आरम्भ कर दी. लाश का पोस्टमार्टम करवाने के पश्चात् मायके पक्ष के लोगों ने ज्योति के ससुराल पक्ष के लोगों पर दबाव बनाया कि वो लाश को अपनी सुपुर्दगी में लें तथा उसका दाह संस्कार करें. ऐसा नहीं करने पर चक्काजाम करने की धमकी भी दी. मायके पक्ष एवं पुलिस के दबाव के चलते पति सुनील शर्मा ने महिला की लाश को अपनी सुपुर्दगी में ले लिया तथा उसका दाह संस्कार कर दिया. इतना ही नहीं, अस्थि विसर्जन के लिए गंगा जी भी पहुंचा तथा यहां अस्थि विसर्जन करने के पश्चात् वापस मेहगांव लौटकर कन्या भोज भी आयोजित किया.
पुलिस ने मायके पक्ष के आरोपों पर आगे कार्रवाई करते हुए सुनील को दबोच लिया तथा उसकी खूब पिटाई की, मगर सुनील इस बात को मानने को तैयार नहीं था कि वह लाश ज्योति की थी. सुनील का कहना था कि उसने अपनी पत्नी का क़त्ल नहीं किया है तथा न ही वह लाश उसकी पत्नी की थी. दिन गुजरते गए तथा पुलिस का दबाव सुनील और उसके परिवार पर बढ़ता गया. पुलिस से बचते हुए सुनील अपने दिन काट रहा था, तभी अचानक एक दिन सुनील बैंक में पैसे निकालने के लिए पहुंचा, तब उसे इस बात की खबर लगी कि ज्योति के बैंक अकाउंट से ₹2700 का ट्रांजैक्शन हुआ है. विशेष बात यह है कि मध्य प्रदेश में ‘लाड़ली बहना योजना’ के तहत प्राप्त होने वाली राशि को कियोस्क सेंटर पर अंगूठा लगाकर निकाला गया था. जानकारी लेने पर पता लगा कि दिल्ली से सटे यूपी के नोएडा के एक कियोस्क सेंटर से पैसों की निकासी की गई है. फिर यह खबर पुलिस तक भी पहुंची. सुनील पुलिस के साथ नोएडा पहुंचा, तभी अचानक फुटपाथ पर टूटी चप्पल जुड़वाते हुए ज्योति भी मिल गई. ज्योति को पुलिस मेहगांव ले आई. अदालत में पेश करने के पश्चात् ज्योति को मायके पक्ष के सुपुर्द कर दिया गया.