नई दिल्ली, एक ऑस्ट्रेलियाई व्यक्ति को मुफ्त में लॉटरी टिकट मिला, जिससे वो लगभग 150,000 डॉलर का लॉटरी जैकपॉट जीता। भारतीय मुद्रा में यह रकम 1.11 करोड़ रु के करीब है। यूपीआई की रिपोर्ट के अनुसार द नंबुका हेड्स, न्यू साउथ वेल्स, के व्यक्ति ने द लोट के अधिकारियों को बताया कि उसे नंबुका हेड्स न्यूजएजेंसी में एक बोनस टिकट के रूप में अपना मुफ्त लकी लॉटरी मेगा जैकपॉट टिकट मिला। यानी ये व्यक्ति फ्री के लॉटरी टिकट से ही करोड़पति बन गया।
बोनस टिकट से इस व्यक्ति ने 24 सितंबर को 145,796 डॉलर का जैकपॉट जीता। विजेता व्यक्ति ने अधिकारियों से कहा मुझे विश्वास नहीं हो रहा है, खासकर मुफ्त टिकट पर यह पुरस्कार जीतने पर उसे काफी हैरानी है। वे बहुत भाग्यशाली महसूस कर रहा है। इस व्यक्ति ने कहा कि वह अभी भी विचार कर रहा है कि इनामी राशि का क्या किया जाए।
उनका कहना है कि वे बच्चों की मदद करके इन पैसों को खर्च करने की शुरुआत करेंगे। वे वास्तव में इसका आनंद ले पाएंगे, इसमें कोई संदेह नहीं है। नंबुका हेड्स न्यूजएजेंसी के मालिक थिया किम्बर ने कहा कि इस जीत ने स्टोर के लिए एक बड़ा रास्ता तय किया है।
किम्बर के अनुसार यह इस स्टोर की सबसे बड़ी जीतने वाली एंट्री है, जिसे समाचार एजेंसी का मालिक बनेने के बाद से बेचा है। स्टोर के सभी कर्मचारी बहुत उत्साहित हैं और जब ग्राहक अपना टिकट चेक करने आया तो स्टाफ बहुत खुश था। हाल ही में भारत में एक ऑटो ड्राइवर की किस्मत लॉटरी से चमक गयी। केरल के एर्नाकुलम जिले के एक 58 वर्षीय ऑटो-रिक्शा चालक की किस्मत रातोंरात बदल गयी। उन्हें राज्य सरकार की थिरुवोनम बम्पर लॉटरी का विजेता घोषित किया गया।
लॉटरी में ऑटो-रिक्शा चालक ने 12 करोड़ रुपये का इनाम जीता। कोच्चि के मराडू के रहने वाले जयपालन पीआर ने पास की बैंक शाखा में विजेता टिकट की ऑरिजनल कॉपी जमा की, जिसके बाद उन्हें लॉटरी के प्रथम पुरस्कार विजेता के रूप में प्रमाणित किया गया। टैक्स और एजेंसी के कमीशन की कटौती के बाद उन्हें लगभग 7.4 करोड़ रुपये की राशि मिलने की उम्मीद है। लॉटरी टिकट की कीमत 300 रुपये थी। उन्होंने कहा कि वह नियमित रूप से लॉटरी टिकट खरीदते हैं और पहले भी 5,000 रुपये जीत चुके हैं। यह पूछे जाने पर कि वह इस पुरस्कार राशि का क्या करेंगे। जयपालन कहते हैं कि उन पर कुछ कर्ज है, जिन्हें वे चुकाना चाहता हैं। उन पर अदालत में दो दीवानी के मामले भी के चल रहे हैं जिन्हें वे क्लियर करना चाहते हैं। वे अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा देना चाहते हैं।