बिजनौर, नांगलसोती में गंगा घाट पर प्राचीन काली मंदिर के महंत की शुक्रवार रात बेरहमी से हत्या कर दी गई। शौचालय के पास उनका शव पड़ा मिला। सिर में गंभीर चोटों के निशान हैं। आशंका है कि बदमाशों ने लूटपाट की घटना को अंजाम देते हुए महाराज की हत्या की है। भवन में सामान अस्त-व्यस्त मिला है।
घटना का पता सुबह श्रद्धालुओं के मंदिर पहुंचने पर चला। नांगल सोती गंगा घाट स्थित प्राचीन काली मंदिर के 60 वर्षीय महंत रामदास का शनिवार सुबह मंदिर प्रांगण में शौचालय के निकट रक्तरंजित शव मिलने से सनसनी फैल गई। सूचना पर बड़ी संख्या में ग्रामीण मौके पर जुट गए। घटना की सूचना पुलिस को दी गई।
थानाध्यक्ष रविंद्र कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मंदिर के जिस भवन में महंत रहते थे, उसका सामान पूरी तरह अस्त-व्यस्त मिला है। आशंका व्यक्त की जा रही है लूटपाट की घटना को अंजाम देते हुए महंत को मौत के घाट उतारा गया है। ग्रामीणों के मुताबिक महंत करीब 18 सालों से काली देवी मंदिर में रहकर सेवा कर रहे थे। स्थानीय ग्रामीण उन्हें हरिद्वार से लेकर आए थे। वह अकेले ही मंदिर परिसर में रहते थे। महंत मूल रूप से गोरखपुर के निवासी बताए जा रहे हैं। पुलिस उनके गोरखपुर के पते की खोजबीन में जुटी है। अपर पुलिस अधीक्षक नगर प्रवीण रंजन ने घटनास्थल का दौरा कर जानकारी हासिल की और आवश्यक निर्देश दिए।
पुलिस को मौका ए वारदात से चांदी की एक जोड़ी पायल मिली हैं। इनकी छानबीन की जा रही है। बताया गया है कि गांव का एक युवक महंत के ज्यादा करीब था। अक्सर वह उनकी सेवा में रहता था। सुबह के समय उसी ने मंदिर पहुंचकर वारदात की जानकारी लोगों को दी। पुलिस युवक और एक स्थानीय महिला को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।
घटनास्थल पर मौजूद लोगों ने बताया कि महंत के सिर में गंभीर चोट लगी हुई थी। महंत के सिर और चेहरे पर खून लगा हुआ था। अंदेशा जताया जा रहा है कि किसी भारी चीज से सिर पर वार कर महंत की हत्या की गई है। इसके बाद शव पर रजाई डाल दी गई।