नई दिल्ली, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सिविल सर्विस एग्जाम की तैयारी करने के लिए देश के अलग-अलग राज्यों से लड़के-लड़कियां यहां आते हैं. दिल्ली आने के बाद उनकी सबसे पहली जरूरत एक रूम की होती है, जिसके लिए वो अच्छा-खासा किराया भी देते हैं.
हालांकि फिर भी इन एस्पिरेंट्स को कई तरह की दुर्घटनाओं का शिकार होना पड़ता है. हाल ही में दिल्ली के शकरपुर इलाके से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां यूपीएससी परीक्षा की तैयारी कर रही एक लड़की को अपने कमरे में लगे बल्ब के होल्डर में हिडन कैमरा मिला. आरोप है कि ये हिडन कैमरा मकान मालिक के बेटे ने लगाया था, जो उसी बिल्डिंग की एक अपार्टमेंट में रहता था.
बाथरूम-बेडरूम में कैसे फिट किया कैमरा?
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक 30 वर्षीय आरोपी करण ने अपने घर में किराए पर रह रही लड़की के निजी पलों को रिकॉर्ड करने के लिए उसके बाथरूम और बेडरूम में हिडन कैमरा लगाया था. पीड़ित युवती उत्तर प्रदेश की रहने वाली है, और वो दिल्ली में अकेले किराए के कमरे में रहती है. बताया जा रहा है कि युवती जब अपने घर यूपी जाती थी तो कमरे की चाबी मकान मालिक को देकर जाती थी. सीनियर पुलिस ऑफिसर अपूर्व गुप्ता ने बताया कि महिला ने अपनी शिकायत में बताया कि उसे हाल ही में अपने व्हाट्सएप अकाउंट पर कुछ संदिग्ध गतिविधियां देखने को मिलीं.
पीड़िता ने बताया कि उसका व्हाट्सएप अकाउंट एक लैपटॉप से लिंक था, जिसे उसे तुरंत लॉग आउट कर दिया. इस प्रकरण के बाद युवती सतर्क हो गई और उसे संदेह शक हुआ कि कोई उसकी जासूसी कर रहा है. पुलिस ने कहा, युवती ने अपने अपार्टमेंट की तलाशी ली और अपने बाथरूम के बल्ब होल्डर में एक कैमरा लगा हुआ पाया. युवती ने तुरंत इसकी जानकारी पीसीआर कॉल पर दिल्ली पुलिस को दी’. अधिकारी ने कहा कि एक उप-निरीक्षक महिला के घर पहुंची और दोबारा तलाशी ली और उसके बेडरूम के बल्ब होल्डर में एक और कैमरा लगा हुआ पाया गया.
युवती से जब पूछा गया कि उसके अपार्टमेंट का एक्सेस उसके अलावा और किसके पास है, तो उसने आरोपी करण का नाम लिया. पीड़िता ने बताया कि होमटाउन जाते समय अपने अपार्टमेंट की चाबी उसने करण को दी थी. पुलिस ने जब करण से सख्ती से पूछताछ की तो उसने अपना गुनाह स्वीकार किया. करण ने बताया कि 3 महीने पहले युवती की गैरमौजूदगी में उसने 3 स्पाई कैमरा खरीदे, फिर उसके बाथरूम और बेडरूम में फिट कर दिया. पुलिस अधिकारी ने बताया कि इन कैमरों को ऑनलाइन कंट्रोल नहीं किया जा सकता. रिकॉर्ड हुए फुटेज कैमरे में लगी मेमोरी कार्ड में स्टोर होते थे.