नई दिल्ली,फेसबुक की ‘डेंजरस इंडिविजुअल्स एंड ऑर्गेनाइजेशन’ की लिस्ट मंगलवार को द इंटरसेप्ट द्वारा लीक कर दी गई थी। बता दें ये वो संगठन हैं जिन्हें सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म अपने प्लेटफॉर्म पर अनुमति नहीं देता है।
भारत से बाहर 10 आतंकवादी, उग्रवादी या चरमपंथी संगठन 4,000 से अधिक लोग और समूहों की गुप्त ब्लैकलिस्ट का हिस्सा हैं, जिनमें श्वेत वर्चस्ववादी, सैन्यीकृत सामाजिक आंदोलन और कथित आतंकवादी शामिल हैं, जिन्हें फेसबुक खतरनाक मानता है। फेसबुक द्वारा अपने प्लेटफॉर्म पर ‘डेंजरस इंडिविजुअल्स एंड ऑर्गेनाइजेशन्स’ की जिस लिस्ट की अनुमति नहीं देताहै, लेकिन उसे द इंटरसेप्ट ने मंगलवार को लीक कर दिया।
द इंटरसेप्ट के अनुसार, हिंदुत्व समूह सनातन संस्था, प्रतिबंधित भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) और नेशनलिस्ट सोशलिस्ट काउंसिल ऑफ नागालैंड (इसाक-मुइवा) समेत अन्य फेसबुक की इस लिस्ट में भारत के 10 समूहों में शामिल हैं। इसके अलावा ऑल त्रिपुरा टाइगर फोर्स, कंगलीपाक कम्युनिस्ट पार्टी, खालिस्तान टाइगर फोर्स, पीपुल्स रिवोल्यूशनरी पार्टी ऑफ कंगलीपाक भी हैं।
इंडियन मुजाहिदीन, जैश-ए-मोहम्मद के अफजल गुरु दस्ते और इस्लामिक स्टेट और तालिबान जैसे वैश्विक संगठनों के विभिन्न स्थानीय या उप-समूह सहित कई इस्लामी चरमपंथी और आतंकवादी समूह, जो भारत में या कई देशों में संचालित हैं वो भी इस लिस्ट में शामिल हैं।
इस लिस्ट में आधे से अधिक विदेशी आतंकवादी शामिल हैं जो मुख्य रूप से मध्य पूर्व, दक्षिण एशियाई और मुस्लिम हैं। इंटरसेप्ट द्वारा लीक की गई लिस्ट विशेषज्ञों के अनुसार फेसबुक की नीति, सुझाव देती है कि कंपनी हाशिए पर रहने वाले समूहों पर कठोर प्रतिबंध लगाती है।फेसबुक में इसकी तीन कैटेगरी है कि किस कंपनी का कंटेन्ट किस प्रकार का प्रसार करेगी। आतंकवादी समूह, घृणा समूह और आपराधिक संगठन सबसे अधिक प्रतिबंधात्मक स्तर का हिस्सा हैं। इसमें टीयर 1, और कम से कम प्रतिबंधात्मक स्तर, टीयर 3, में सैन्यीकृत सामाजिक आंदोलन शामिल हैं।
इंटरसेप्ट ने कहा “ज्यादातर दक्षिणपंथी अमेरिकी सरकार विरोधी मिलिशिया हैं, जो लगभग पूरी तरह से श्वेत होते हैं।” लिस्ट में शामिल किसी भी संगठन को फेसबुक पर उपस्थिति बनाए रखने की अनुमति नहीं है। फेसबुक ने लिस्ट की प्रामाणिकता पर विवाद नहीं किया है, लेकिन एक बयान में कहा है कि यह सूची सीक्रेट रखता है क्योंकि यह क्षेत्र एक “unfavorable place” है।
आतंकवाद विरोधी और खतरनाक संगठनों के लिए फेसबुक के नीति निदेशक ब्रायन फिशमैन ने कहा, “हम अपने प्लेटफार्म पर आतंकवादी, घृणा समूह या आपराधिक संगठन नहीं चाहते हैं, यही वजह है कि हम उन पर प्रतिबंध लगाते हैं और उनकी प्रशंसा, प्रतिनिधित्व या समर्थन करने वाले कंटेंट को हटा देते हैं।”
उन्होंने कहा “हम वर्तमान में हमारी नीतियों के उच्चतम स्तरों पर 250 से अधिक श्वेत वर्चस्ववादी समूहों सहित हजारों संगठनों पर प्रतिबंध लगाते हैं, और हम नियमित रूप से अपनी नीतियों और संगठनों को अपडेट करते हैं जो प्रतिबंधित होने के योग्य हैं”।