पति ने पत्नी के प्रेमी को दी दर्दनाक मौत, जानकर आपका भी दहल जायेगा कलेजा, दो दोस्तों के साथ मिलकर दिया घटना को अंजाम

आगरा, उत्तर प्रदेश के आगरा से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। जहां एटा के सकीट से 5 जून को लापता हुए 20 साल के दिलीप की हत्या आगरा में हुई थी। इस वारदात को अंजाम किसी और ने नहीं बल्कि युवक की शादीशुदा प्रेमिका के पति ने दो दोस्तों के साथ मिलकर दी थी।

प्रेमिका के पति ने दीलीप का सिर धड़ से अलग कर दिया था। फिर ताजगंज क्षेत्र के गांव अकबरपुर के पास पॉवर हाउस में गड्ढा खोदकर शव को दफनाया था। रविवार देर रात एटा पुलिस ने दबिश दी और आरोपी पति सहित चार लोगों को पकड़ा। सोमवार की दोपहर गड्ढा खोदकर कंकाल बरामद किया गया। वहीं, एटा पुलिस हत्यारोपियों को अपने साथ ले गई है।

एटा के सकीट के मोहल्ला खरा के रहने वाला दिलीप 5 जून की दोपहर को अपने घर से निकला था। वापस नहीं आने पर परिजनों ने तलाश शुरू की। मां नीरजा देवी ने 8 जून को सकीट थाने में बेटे की गुमशुदगी दर्ज कराई। पुलिस ने छानबीन शुरू की। दिलीप की आखिरी लोकेशन शमसाबाद मार्ग स्थित गांव अकबरपुर के पास मिली। छानबीन में पता चला कि उसकी प्रेमिका हिना की शादी एक साल पहले गांव अकबरपुर के रहने वाले गोविंदा के साथ हुई थी। गोविंदा ट्रक चालक है। सकीट थाना पुलिस छानबीन करते हुए रविवार देर रात आगरा आई। दबिश देकर गोविंदा और उसकी पत्नी हिना को हिरासत में लिया। उनसे पूछताछ की गई। पूछताछ में हिला देने वाला सच सामने आया। दिलीप की हत्या हो चुकी थी। क्रूरता पूर्वक उसे मौत के घाट उतारा गया था।

गोविंदा से पूछताछ हुई तो उसने पुलिस को बताया कि सिर और धड़ अलग-अलग दफन किए थे। सोमवार की दोपहर जेसीबी से गड्ढा खोदा गया। एक जगह से सिर की हड्डी मिली। वहीं दूसरी जगह शरीर की दूसरी हड्डियां मिलीं। शव कंकाल बन चुका था। उसे पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। जांच के लिए फॉरेंसिक टीम को मौके पर बुलाया गया। सकीट पुलिस गोविंदा उसकी पत्नी हिना सहित चारों आरोपियों को अपने साथ ले गई।

दिलीप के भाई नीलेश ने बताया कि हत्यारोपी गोविंदा ने आरी से शव के टुकड़े कर दिए थे। उन्हें अलग-अलग जगह दफनाया था। पूरा कंकाल अभी बरामद नहीं हुआ है। शरीर के नीचे का कुछ हिस्सा नहीं मिला है। पुलिस ने कई जगह खुदाई कराई थी।

दिलीप मजदूरी करता था। चार भाइयों में तीसरे नंबर का था। दिलीप के घरवालों को भी यह उम्मीद नहीं थी कि उसकी हत्या हो गई है। पुलिस भी पहले इस मामले को साधारण गुमशुदगी मानकर चल रही थी। यही वजह है कि 8 जून को दर्ज गुमशुदगी में लोकेशन निकालने में पुलिस को करीब एक महीने का समय लग गया।

पुलिस को छानबीन में पता चला कि गोविंदा को इस बात की जानकारी हो गई थी कि दिलीप उसकी पत्नी से फोन पर बातचीत करता है। उससे मिलने आता है। गोविंदा ने पत्नी पर दबाव बनाया। उससे दिलीप को फोन कराकर मिलने के लिए बुलाया। योजना के तहत गोविंद ने दोस्त योगेश और हेमंत को पहले से बुला रखा था। दिलीप के आगरा आने पर गोविंदा ने दोस्तों के साथ मिलकर उसे दबोच लिया। पहले बेरहमी से पीटा और धड़ से सिर अलग कर दिया। चर्चा है कि आरी से गला काटा था हालांकि पुलिस ने इस बात की अभी पुष्टि नहीं की है।

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