नई दिल्ली, केंद्र सरकार फेस्टिवल सीजन में कोरोना वायरस के मामलों को लेकर अलर्ट हो गई है। केंद्र सरकार ने त्योहारी सीजन के दौरान कोविड-19 संक्रमण के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए ‘मिशन 100 डे’ के नाम से एक अभियान की शुरुआत की है।
ऐसी आशंकाएं हैं कि अक्टूबर में शुरू हुए तीन महीने के फेस्टिवल सीजन में कोरोना महामारी के मामले फिर से बढ़ सकते हैं। केंद्र सरकार ने राज्यों को कोरोना प्रोटोकॉल्स का पालन करते हुए फेस्टिवल मनाने की अपील की है।
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक रविवार (10 अक्टूबर) को 230,971 एक्टिव केस थे। नौ राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 34 जिलों में अभी भी कम से कम 10 प्रतिशत की साप्ताहिक पॉजिटिविटी रेट की रिपोर्ट है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, अगर 5 फीसदी या उससे कम की साप्ताहिक पॉजिटिविटी रेट है, तो ही कोरोना कुछ हद तक कंट्रोल में समझा जा सकता है।
ऐसे में केंद्र सरकार की ओर से राज्यों को लोगों के बीच जागरूकता पैदा करने के लिए भी कहा गया है ताकि यह एक सामूहिक प्रयास बन सके। खासकर त्योहारों के मौसम में क्योंकि त्योहारों के बाद कोरोना के नए मामलों में हमेशा उछाल देखा गया है।
एचटी के मुताबिक केंद्र सरकार के एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा, “यह साल फेस्टिवल सीजन में कोरोना से सुरक्षित बाहर निकलना है। जिसका मतलब है कि लोग कोविड-19 को फैलने से बचाने के लिए बड़े पैमाने पर त्योहारों को ऑनलाइन मनाएं। हम राज्यों को अगले 100 दिनों के दौरान अतिरिक्त सतर्क रहने की अपील कर सुनिश्चित करें कि कोविड-उपयुक्त व्यवहार के तहत ही त्योहार मनाया जाए। तभी हम देश को कोरोना के मामलों को बढ़ने से रोक पाएंगे।
अधिकारी ने कहा, “कोरोना के कम होते मामले को देख जनता को राहत मिली है, इसलिए वह कोरोना नियमों का पालन करने में भी ढ़िलाई कर रहे हैं। लेकिन लोगों को ये समझना होगा कि कोरोना अभी खत्म नहीं हुआ है। कोरोना से बचे रहने के लिए अतिरिक्त प्रयास करना अधिक जरूरी है। बहुत तेजी से फैलने वाली बीमारी को रोकने के लिए हम जो कर रहे हैं उसे करते रहना महत्वपूर्ण है और बेहतर प्रभाव के लिए मौजूदा उपायों में सुधार के तरीकों की तलाश करनी होगी।”