थम नहीं रहा है लखनऊ नगर निगम में गृहकर वसूली का गोरखधंधा, 44 नम्बर दुकान का बकाया, वसूली नोटिस 45 नम्बर को थमायी

लखनऊ, लखनऊ नगर निगम में चुनावों से पहले वाहवाही बटोरने की कवायद में लगे मुख्य नगर अधिकारी और उनके अमले की कबिलियत कैंट रोड स्थित मानिक मोती काम्पेलेक्स में एक छोटी दुकान की मालकिन परवीन को बहुत भारी पड़ रही है।

लखनऊ नगर निगम के द्वारा गृह कर वसूली के लिए मचाये गये हालिया शोर का खुलासा भी इस बात से हो सकता है कि मानिक मोती काम्पेलेक्स में 45 नम्बर की दुकान की स्वामिनी परवीन को बगल की बड़ी दुकान नम्बर 44 का गृह कर वसूली बिल लगातार थमाया जा रहा हैं। जो अब बढ़ते बढ़ते 1 लाख से ऊपर जा चुका है।

राजधानी के पत्रकारों को जानकारी देते हुए लालबाग निवासनी परवीन ने तीन साल पहले नगर निगम को भेजे गए वो कानूनी कागजात दिखाए जिसमें बकायदा कानूनी नोटरी एफिडडेफिड के माध्यम से लखनऊ नगर निगम को गृह कर वसूली के कानूनी बिल में सही दुकान नम्बर दर्ज करने की बात कही गई है लेकिन नगर निगम में फैले भ्रष्टाचारों का नतीजा है कि गृह कर विभाग के अधिकारी लगातार गलत दुकान नम्बर का ही बिल परवीन के नाम भेजे जा रहे हैं और अब 1 लाख 18 हज़ार रूपये की गृह कर वसूली नोटिस थमा कर दुकान पर ताला डालने की धमकी भी देकर जा रहे है।

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