अमरोहा, उत्तर प्रदेश में कुत्तों का जोरदार आतंक देखने को मिल रहा है। हसनपुर में दर्जनभर लोगों की जान लेने के बाद कुत्ते नगर में भी सक्रिय हो गए हैं। घर के दरवाजे पर बैठी अनीस अहमद की पांच वर्षीय बेटी आशिफा को कुत्तों का झुंड खींचकर ले गया।
उसे बुरी तरह नोचकर लहूलुहान कर डाला। उसकी मां के शोर मचाने पर पड़ोसियों ने लाठी-डंडों से कुत्तों को भगाया। इधर, सीएचसी में एंटी रैबीज वैक्सीन (एआरवी) नहीं मिली।
आशिफा सोमवार सुबह करीब 10 बजे दरवाजे पर बैठी थी। उसकी मां शब्बो घर पर काम कर रही थीं। आवारों कुत्तों का झुंड उसे खींचकर ले गया। घर से कुछ आगे ही वह ले पाए। बच्ची की चींख सुनकर शब्बो बाहर आईं। उन्होंने शोर मचा दिया। आसपास के लोग लाठी-डंडे लेकर कुत्तों के पीछे दौड़ पड़े। गंभीर रूप से घायल बच्ची को स्वजन सीएचसी लेकर गए। वहां एआरवी नहीं होने की जानकारी देकर चिकित्सकों ने मेडिकल स्टोर से लाने को कहा। लेकिन, मेडिकल स्टोर पर भी वैक्सीन नहीं मिली।
पड़ोस के युवक ने दी वैक्सीन
मासूम बच्ची को दर्द से तड़पता देख पड़ोस के एक युवक ने अपने पास से वैक्सीन देकर बच्ची को लगवाई। युवक को एक दिन पहले ही कुत्तों ने काटा था। वह अपने लगवाने के लिए वैक्सीन लेकर आए थे। ये पड़ोसी इस मासूम के लिए किसी देवदूत से कम नहीं साबित हुआ, जिसने अपनी वैक्सीन देकर इस मासूम की जान बचा ली।
सीएचसी प्रभारी डा. उमर फारूख ने बताया कि एआरवी दो दिन पहले ही मंगवाई थी, अस्पताल में पर्याप्त स्टाक है। गंभीर बच्चों को सीरम चढ़ाने की जरूरत पड़ती है, जो हमारे यहां नहीं है। हो सकता है सीरम मेडिकल स्टोर से मंगवाया हो