नई दिल्ली, धरती पर रहने के लिए तो कुदरत ने हमें बहुत कुछ दिया है लेकिन हम धीरे-धीरे उसे अपने हिसाब से बदलते-बदलते बर्बाद करते जा रहे हैं. बावजूद इसके इंसान प्रगति तो कर रहा है लेकिन आज भी बहुत से लोगों क लिविंग स्टैंडर्ड काफी नीचे है.
सोचिए अगर कुछ ऐसा हो जाए कि धरती पर कोई गरीब बचे ही नहीं तो कितना अच्छा हो! वैज्ञानिकों ने अंतरिक्ष में एक ऐसी ही चीज़ ढूंढ निकाली है, जो साक्षात कुबेर का खज़ाना है.
एक रिपोर्ट के मुताबिक अंतरिक्ष में मार्स और जुपिटर ग्रहों के बीच में एक ऐसा उल्कापिंड मौजूद है, जो बेहद कीमती है. वैसे तो उल्का पिंड का एक टुकड़ा भी कीमती हो जाता है लेकिन ये एस्टेरॉयड वाकई कीमती खनिजों से भरा हुआ है. अंदाज़ा ये कहता है कि अगर इसकी कीमती चीज़ें किसी तरह से धरती तक आ जाएं, तो हर आदमी करोड़पति बन सकता है.
माना जा रहा है कि इस उल्कापिंड को आयरन, निकेल और सोने जैसी महंगी धातुओं ने ढक रखा है और इसकी कीमत अगर धरती के हिसाब से लगाई जाए तो ये 10 हज़ार क्विंटिलियन अमेरिकन डॉलर में आएगी. LadBible की रिपोर्ट के मुताबिक $10,000,000,000,000,000,000,000 की वैल्यू वाला ये खज़ाना अगर हाथ लगा तो 8 बिलियन आबादी वाली दुनिया में हर किसी के पास 1 ट्रिलियन पाउंड यानि 1000 अरब से कम कुछ भी नहीं होगा. हम और आप तो सिर्फ सोच रहे हैं, स्पेस एजेंसी नासा ने इस पर मिशन लॉन्च करने की तैयारी भी पूरी कर ली है.
नासा ने एक ऐसा स्पेसक्राफ्ट विकसित कर लिया है, जो इस कीमती पत्थर के बारे में पता लगाएगा. वैसे आपको बता दें कि मुफ्त के पैसे मिलने की खुशी में ज्यादा प्लानिंग मत करिएगा क्योंकि ये मिशन इस खज़ाने को लाने के लिए बल्कि ये जानने के लिए जा रहा है कि आखिर इस तरह के प्लानेट कैसे बनते हैं. नासा की वेबसाइट के मुताबिक इस उल्कापिंड की संरचना अलग है, इसमें लोहे के कोर निकले हैं, जो हमारे सोलर सिस्टम के आगे ब्लॉक बना रहा है. ये धरती से 2.5 बिलियन मील की दूरी पर है. इस पर जाने का मिशन 6 साल ले सकता है. इसे केनेडी स्पेस सेंटर से 5 अक्टूबर को छोड़ा जाएगा.