लखनऊ, उत्तर प्रदेश (UP) के लखनऊ (Lucknow) में समाजवादी पार्टी (SP) के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) पर जूता फेंकने के मामले को लेकर विवाद शुरू हो गया है.
इस विवाद को हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास (Raju Das) के बयान ने और बढ़ा दिया है. राजू दास ने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य पर जूता फेंके जाने के मामला थमने वाला नहीं है. सनातन धर्म पर ऐसी ही टिप्पणी होते रही तो सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव भी पीटे जाएंगे. वह दिन दूर नहीं रह गया है. वे हमारे धर्म का अपमान करने वाले अपने नेताओं को रोकने का काम नहीं कर रहे हैं. अब राजू दास के इस बयान पर अखिलेश यादव ने इशारों ही इशारों में पलटवार किया है.
अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया साइट ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए राजू दास पर निशाना साधा. उन्होंने पोस्ट में लिखा, “कलियुग आयो तब ही ये मानी, जब संत कहें असंतन की वाणी.” इससे पहले अखिलेश यादव ने स्वामी प्रसाद मौर्य पर जूता फेंके जाने पर कहा था कि इस तरह की घटना जानबूझ कर बीजेपी करवा रही है.
कलियुग आयो तब ही ये मानी
जब संत कहें असंतन की वाणी— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) August 21, 2023
सपा अध्यक्ष ने कहा कि बीजेपी दावा करती है कि कानून व्यवस्था में उनकी जीरो टॉलरेंस है, हम सब जनप्रतनिधि हैं. हमें सुरक्षा मिलनी चाहिए. हम लोग सुरक्षित नहीं, कोई प्रेस में आए और हम पर बम गिरा दे. अब तो प्रेस का कार्ड लेकर आते हैं, कल को कोई ऐसी घटना कर दे. बीजेपी के लोग नहीं चाहते कि मंहगाई और बेरोजगारी पर बात हो, इसलिए ऐसी घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है.
जूता फेंकने के आरोपी ने पुलिस को क्या बताया?
गौरतलब है कि लखनऊ में सपा के पिछड़ा वर्ग सम्मेलन में एक युवक ने स्वामी प्रसाद मौर्य पर हमला कर दिया. उसने स्वामी प्रसाद पर जूता भी फेंका. इससे सम्मेलन में हंगामा मच गया. सपा कार्यकर्ताओं ने युवक को पकड़ लिया और जमकर पिटाई कर दी. युवक की पहचान आशीष सैनी के रूप में हुई है. उसका कहना है कि वह हिंदू धर्म के बारे में की गई स्वामी प्रसाद मौर्य की टिप्पणियों से आहत था. पुलिस उसे गिरफ्तार कर विभूतिखंड थाने ले गई. हमला करने वाला युवक वकील की वेशभूषा में था.