पश्चिम गोदावरी, भारत परंपराओं और रीति-रिवाजों का देश है। भारत विभिन्नताओं की तह में लिपटा एकता और संस्कारों का प्रतीक है। देश के कोने कोने में भिन्न-भिन्न रीति रिवाज मनाए जाते हैं।
https://aamawaz.dreamhosters.com/friend-strangled-his-partner-to-death-suspected-of-illicit-relations/
एक ऐसी ही परंपरा आंध्र प्रदेश के पश्चिम गोदावरी जिले में मनाई जाती है। जिले के नरसापुरम के एक आंध्र परिवार ने मकर संक्रांति त्योहार के अवसर पर रविवार को अपने होने वाले दामाद को 365 विभिन्न प्रकार के भोजन ग्रहण करने को दिए।
https://aamawaz.dreamhosters.com/bjp-leader-filed-petition-in-supreme-court-to-end-recognition-of-samajwadi-party/
मकर सक्रांति के अवसर पर पश्चिम गोदावरी जिले के नरसापुरम के एक आंध्र परिवार ने अपने दामाद को शाही भोज खिलाया, जिसमें 365 विभिन्न प्रकार के भोजन शामिल थे। परिवार के एक सदस्य ने कहा, ‘अपने होने वाले दामाद के प्रति अपना प्यार दिखाने के लिए साल के 365 दिनों को ध्यान में रखते हुए 365 तरह के भोजन की व्यवस्था की गई थी।’ बताया गया कि यह जोड़ा त्योहार के बाद शादी करेगा।
https://aamawaz.dreamhosters.com/case-filed-in-other-sections-including-epidemic-act-program-was-being-held-by-closing-the-doors-of-guest-house/
आपको बता दें कि तुम्मलपल्ली सुब्रह्मण्यम और अन्नपूर्णा अपने बेटे साईकृष्ण की शादी एक सोने के व्यापारी अत्यम वेंकटेश्वर राव और माधवी की बेटी कुंदवी के संग कराने जा रहे हैं।
https://aamawaz.dreamhosters.com/preparing-for-major-changes-in-school-education-the-curriculum-may-be-replaced-by-the-pattern-of-10-plus-two-with-five-plus-three-plus-three-plus-four/
शादी से ठीक पहले मकर सक्रांति पर्व पर, दुल्हन के दादा अचंता गोविंद और दादी नागमणि ने अपने पोते के लिए एक दावत की व्यवस्था कर दी। इस भव्य प्री-वेडिंग सेलिब्रेशन में दूल्हा और दुल्हन दोनों के परिवार के सदस्यों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। दोनों पक्षों ने इस सेलिब्रेशन को खानपान और हंसी मजाक के साथ और भी ग्रैंड बना दिया।
https://aamawaz.dreamhosters.com/drone-attack-in-abu-dhabi-attack-near-airport-fire-in-three-tankers-no-casualties-reported/
इस ग्रैंड भोजन आयोजन में 30 विभिन्न प्रकार की करी, चावल, पारंपरिक गोदावरी मिठाई, पुलीहोरा, बिरयानी गर्म और ठंडे पेय, बिस्कुट, फल, केक तैयार किए गए थे। यह व्यवस्था पूर्व और पश्चिम गोदावरी दोनों जिलों में शहर की चर्चा का विषय बन गई है । गोदावरी के दोनों जिले अपने गर्मजोशी भरे आतिथ्य के लिए जाने जाते हैं।