Shardiya Navratri 2024: जानिए कब पालकी की सवारी करके आएंगी मां दुर्गा, किस दिन से शुरू होंगी शारदीय नवरात्रि

नई दिल्ली , आदिशक्ति भवानी मां दुर्गा के नौ रूपों को समर्पित शारदीय नवरात्रि हर साल बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाई जाती है और इसकी तैयारी कई दिनों पहले से ही शुरू हो जाती है. हर साल आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से ही नवरात्रि की शुरुआत होती है और अष्टमी-नवमी को कन्या पूजन करने के बाद दशहरे का पावन पर्व दशमी के दिन मनाया जाता है. ऐसे में अगर आप नवरात्रि की तैयारी अभी से शुरू करना चाहते हैं, तो चलिए हम आपको बताते हैं कि इस साल शारदीय नवरात्रि का पावन त्योहार कब से कब तक मनाया जाएगा.

शारदीय नवरात्रि 2024 डेट और मुहूर्त

अश्विन माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि की शुरुआत 3 अक्टूबर 2024, गुरुवार के दिन से हो रही है, इस दिन ही मां दुर्गा का आगमन होगा. इसका शुभ मुहूर्त देर रात 12:18 से शुरू होगा और 4 अक्टूबर देर रात 2:58 तक होगा, ऐसे में 3 अक्टूबर को आप घट स्थापना या मां दुर्गा की प्रतिमा की स्थापना कर सकते हैं. शारदीय नवरात्रि का समापन 11 अक्टूबर को होगा और 12 अक्टूबर को विजयदशमी का पावन पर्व मनाया जाएगा. इस बार पूरे 9 दिन की नवरात्रि होगी, ऐसे में भक्तों में इसका खास उत्साह और उल्लास देखा जा रहा है.

 

इस वाहन पर सवार होकर आएंगी मां दुर्गा

शारदीय नवरात्रि में मां दुर्गा के आगमन और गमन के दौरान उनके वाहन का विशेष महत्व होता हैं और इसका देश दुनिया पर विशेष प्रभाव पड़ता है. ऐसे में इस साल शारदीय नवरात्रि पर मां भवानी पालकी में सवार होकर आएंगी, देवी पुराण में पालकी की सवारी को बहुत शुभ माना गया है. हालांकि, कुछ ज्योतिषियों का मानना है कि पालकी की सवारी पर जब मां दुर्गा सवार होकर आती हैं, तो इससे आंशिक महामारी का सामना देश दुनिया को करना पड़ सकता है. हालांकि, राष्ट्र पर इसका प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है. बता दें कि नवरात्रि के नौ दिनों में क्रमशः पहले दिन मां शैलपुत्री, दूसरे दिन माता ब्रह्मचारिणी, तीसरे दिन चंद्रघंटा माता, चौथे दिन मां कुष्मांडा, पांचवें दिन मां स्कंदमाता, षष्ठी पर मां कात्यायनी, सप्तमी में पर मां कालरात्रि, अष्टमी पर महागौरी और नवमी पर मां सिद्धिदात्री की पूजा अर्चना की जाती हैं, जिनके अलग-अलग वाहन होते हैं.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. aamawaaz इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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