पूरी नींद बहुत जरूरी है. खासकर गहरी नींद. यह हमारे शरीर को रिपेयर करने की पॉवर देती है. पर्याप्त नींद से न केवल मोटापा, हृदयरोग जैसी बीमारियों से बचाव होता है बल्कि बीमार होने पर जल्दी ठीक होने में भी मदद मिलती है. नींद की चार स्टेज होती हैं. सबसे अहम स्टेज रैपिड आई मूवमेंट यानी REM.
यह वो स्टेज होती है, जब हमें सपने आते हैं. यह स्टेज शरीर को सबसे ज्यादा फायदा पहुंचाती है. अगर आप आठ घंटे सो रहे हैं तो इसमें 20 प्रतिशत यानी 96 मिनट की सबसे गहरी नींद यानी REM सबसे जरूरी है. न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. जॉय डी देसाई ने बताए गहरी नींद के मायने।
स्लीप फाउंडेशन के मुताबिक, सेल फोन कंप्यूटर जैसे इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस शॉर्ट-वेवलेंथ वाला प्रकाश उत्सर्जित करते हैं।
यह ब्लू लाइट शाम के समय नींद लाने वाले हार्मोन मेलाटोनिन को कम करता है. यह स्लो वेव्स और REM के समय को भी कम करती है. इस तकनीक के लिए आरामदायक स्थान पर लेट जाएं. जीभ को तालू से लगा लें. होंठ खोलकर सीटी बजाने की तरह आवाज करते हुए सांस को पूरी तरह मुंह से बाहर निकाल दें. अब होठों को बंद कर लें. मस्तिष्क में धीरे-धीरे चार तक गिनती गिनते हुए नाक से सांस लें. सात सेकंड तक सांस को रोक कर रखें. आठ सेकंड तक पूर्व की तरह आवाज करते हुए मुंह से सांस को बाहर निकाल दें।
नींद के 4 चक्र
पहला चक्र: नॉन रैपिड आई मूवमेंट यानी NREM स्टेज 1- जैसे ही आप सोते हैं यह अवस्था शुरू हो जाती है. यह स्टेज लगभग 20 मिनट की होती है।
दूसरा चक्र: NREM स्टेज 2 – नींद की यह अवधि रात भर की पूरी नींद की लगभग 50% होती है. इस अवस्था में मस्तिष्क स्लो वेव्स अथवा डेल्टा तरंगों को छोड़ना शुरू कर देता है।
तीसरा चक्र: NREM स्टेज 3 – नींद की इस स्टेज को ही ‘गहरी नींद’ कहा जाता है. यह शरीर की रिकवरी और विकास के लिए बहुत महत्वपूर्ण चरण है।
चौथा चक्र: रैपिड आई मूवमेंट यानी REM- नींद की इस अवस्था में लगभग सभी मांसपेशियां रिलेक्स हो जाती हैं. सांसें अनियमित होती हैं. सपने आने शुरू हो जाते हैं. यही हमारी नींद का सबसे आखिरी और सबसे अहम चक्र होता है।