नई दिल्ली, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कोरोना तेज रफ्तार से पैर पसार रहा है. दिल्ली-एनसीआर के कई स्कूलों में छात्रों के कोविड संक्रमित होने के बाद चिंता बढ़ी है. हालांकि, दिल्ली सरकार स्कूल प्रशासन को जरूरत पड़ने पर कक्षाओं को बंद करने की बात कह चुकी है
राष्ट्रीय राजधानी में कोविड की स्थिति की समीक्षा के लिए दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) की आज, 20 अप्रैल 2022 को अहम बैठक है. जिसमें मास्क लगाने, सोशल डिस्टेंसिंग और दूसरी पाबंदियों पर फैसला संभव है. साथ ही स्कूलों में पढ़ाई को लेकर भी किसी नए प्लान पर निर्णय लिया जा सकता है।
बता दें कि दिल्ली में बीते एक दिन में 632 नए केस दर्ज किए गए हैं. देश की राजधानी में कोरोना पॉजिटिविटी रेट बढ़कर साढ़े चार फीसदी पहुंच गया है. वहीं, दिल्ली में कोरोना के एक्टिव मामलों की संख्या बढ़कर 1274 पहुंच गई है. कोरोना के बढ़ते ग्राफ से अभिभावकों में अपने बच्चों की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ गई है. साथ ही, स्कूलों के फिर से बंद होने की संभावना भी बढ़ी है।
दरअसल, कोविड महामारी के चलते दो साल के बाद ऑफलाइन मोड में फिर से क्लासेज शुरू होने के कुछ ही हफ्तों में स्कूलों में संक्रमण के मामले बढ़ने की खबरें सामने आ रही हैं. दिल्ली से सटे नोएडा और गाजियाबाद के भी कई स्कूलों में कोविड के मामले सामने आ चुके हैं।
दिल्ली सरकार की ओर से अभी तक जारी दिशानिर्देश के मुताबिक, किसी स्कूल में कोरोना केस सामने आने पर उस कक्षा को अस्थायी रूप से बंद किया जाना चाहिए, जहां कोविड-19 पॉजिटिव पाया गया हो. वहीं, कई स्टूडेंट्स या टीचर्स के कोविड पॉजिटिव पाए जाने पर स्कूल पूरे परिसर को बंद करने का फैसला ले सकते हैं।