लखनऊ, देश में हर तरफ दिवाली उत्सव की धूम है, लेकिन उत्तर प्रदेश के राजधानी नगर लखनऊ में भगवान धन्वंतरि जयंती यानि धनतेरस धरने पर बैठकर और हाय-हाय करके बीती। यहां पिछले पांच दिन से धरने पर बैठी पुलिस कंट्रोल रूम की डायल 112 सर्विस में काम करने वाली लड़कियाें ने शुक्रवार को को भी पुलिस प्रशासन और प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार के खिलाफ नारे लगाए।
इसी के साथ आशाओं के दीप भी जलाए। Save112Girls थीम पर रंगोली बनाकर अपना दर्द बयां किया। उधर, इस वीडियो को अपने सोशल मीडिया ‘X’ के हैंडलर पर शेयर करते हुए प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी सरकार की आलोचना की है।
आशाओं के दीप जलाये
आज यहाँ जो बैठे हैं
उनसे वादा है ये अपना
हम भी तेरे संघर्ष में
एक दीया जलाएँगे
हरदम साथ निभाएँगे! pic.twitter.com/8mpLSO7KKV— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) November 10, 2023
बता दें कि उत्तर प्रदेश पुलिस की डायल 112 में कार्यरत लगभग छह सौ महिला कर्मचारियों ने सोमवार को अपनी मांगों को लेकर काम बंद कर दिया था। इनकी मांग है कि 7 साल से मिल रही 12 हजार रुपए की तनख्वाह को 18 हजार किया जाए। साथ ही आरोप है कि आउटसोर्सिंग कंपनी टेक महिंद्रा का कांट्रेक्ट खत्म हो गया, लेकिन अभी तक उन्हें नियुक्ति पत्र नहीं मिले हैं। साथ ही टेंडर पा चुकी नई कंपनी उन्हें नौकरी से निकालकर नई भर्ती शुरू कर चुकी है।
इन्हीं मांगों को लेकर यह महिलाएं धरने पर बैठ गईं, जसके चलते कई जिलों में डायल 112 सेवाएं बाधित हो गईं। दूसरी ओर धरनास्थल पर पीएसी को तैनात कर दिया गया, बिजली भी काट दी गई। इतना ही नहीं, शौचालय तक का इस्तेमाल नहीं करने दिया गया। इसके बाद जब प्रदर्शनकारियों ने मुख्यमंत्री आवास के आगे प्रदर्शन की सोची तो उन्हें हिरासत में ले लिया गया। जानकारी यह भी मिली है कि शहीद पथ स्थित ऑफिस के बाहर धरने पर बैठी लड़कियों में से पांच को नामजद करते हुए लगभग 200 के खिलाफ सुशांत गोल्फ सिटी थाने में एफआईआर दर्ज हुई है। बावजूद इसके धरना शुक्रवार को पांचवें दिन न सिर्फ धरना जारी रहा, बल्कि Save112Girls थीम पर रंगोली बनाकर, दीये जलाकर प्रदर्शन का नया तरीका अपनाया है।