नई दिल्ली, ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स कन्फेडरेशन द्वारा देश के सरकारी ने बैंकों के निजीकरण के विरोध में जो यात्रा 24 नवंबर को कोलकाता व मुम्बई से प्रारम्भ की थी, वह आज दिल्ली जन्तर मंतर पहुँची।
सार्वजनिक सेक्टर को बैंकों के निजीकरण के खिलाफ जन्तर मंतर पर हुए इस आंदोलन में बैंक कर्मियों के अतिरिक्त बड़ी संख्या में शिक्षक, नर्सेज, डॉक्टर्स, मजदुर, किसान, छात्र व नौजवान शामिल हुए। सभी का यह मानना है कि सार्वजनिक क्षेत्र भारत का गौरव हैं, इनका निजीकरण देश के साथ गद्दारी है, जिसे किसी भी कीमत पर बर्दास्त नहीं किया जाएगा। इसके लिए जितना भी लंबा और कड़ा संघर्ष करना पड़ेगा हम सब मिलकर करेंगे। लेकिन देश को किसी भी हाल में बिकने नहीं देंगे।
रैली को कई वरिष्ठ वक्ताओं ने संबोधित किया, सभी ने इस मुहिम को सराहनीय बताया और देश व बैंक बचाने की इस मुहिम में साथ देने का भरोसा दिलाया। वक्ताओं में प्रमुख रूप से पूर्व सांसद तपन सिन्हा, महाराष्ट्र के सांसद , आईटी सीटू की अध्यक्ष अमृत कौर, कन्हैया कुमार, प्रोफेसर ऋतु सहित तमाम शिक्षक, कर्मचारी, किसान, मजदूर व छात्र संगठनों ने संबोधित किया। उत्तर प्रदेश से ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स कन्फेडरेशन के वरिष्ठ नेतागण सौरभ श्रीवास्तव ,पवन कुमार, बी पी सिंह सहित कई वक्ताओं ने अपने विचार रखे।
ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स कंफेडरेशन के राष्ट्रीय महासचिव सौम्य दत्ता ने कहा बैंकों का निजीकण बर्दास्त नहीं किया जाएगा, आज जन्तर मंतर पर हमने अपनी एकता का एक ट्रेलर दिखाया है। इस तानाशाह सरकार के खिलाफ हम अंतिम क्षण तक लड़ेंगे लेकिन बैंकिंग अमेंडमेंट बिल संसद में पास नहीं होने देंगे।
बैंकों के निजीकरण के खिलाफ चल रही इस मुह में NMOPS के राष्ट्रीय अध्यक्ष व अटेवा के प्रदेश अध्यक्ष विजय कुमार ‘बन्धु’ ने कहा आज निजीकरण देश की बहुत बड़ी समस्या है इससे केवल सरकारी कर्मचारी ही नहीं बल्कि देश का प्रत्येक नागरिक प्रभावित होगा। आने वाले समय मे निजीकरण के कारण देश विभिन्न समस्याओं का सामना करेगा। अमीरों और गरीबों के बीच की खाईं और बढ़ेगी। NPS तो निजीकरण का एक छोटा सा भाग है, जिससे आज देश के लाखों लोगों का शोषण हो रहा है। अगर सब कुछ निजी हाँथों में चला गया तो आप उसकी भयावहता के बारे में अंदाजा लगा सकते हैं।
राजकीय नर्सेज संघ उत्तर प्रदेश के महामंत्री व चिकित्सा स्वास्थ्य महासंघ के प्रधान महासचिव अशोक कुमार जी ने कहा निजीकण इस समय पूरे देश मे सभी विभागों की समस्या है, यह आम जनमानस की लड़ाई है। बैंक बचाओ देश बचाओ अभियान को हमारा पूरा समर्थन हैं, हम इस मुहिम की हर सम्भव मदद करेंगे, लेकिन देश की राष्ट्रीय संपत्तियों को बिकने नहीं देंगे। अगर यह सरकार अड़ियल रुख अपनाते हुए बैंकों के निजीकरण पर अड़ी रहती है तो हम भी चुप बैठने वाले नहीं हैं। आने वाले पाँच राज्यों के चुनाव में हम अपनी एकता दिखाएंगे, इन्हें सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाएँगे।
अभियान में जन्तर मंतर पर NMOPS व अटेवा के पदाधिकारी व सहयोगी संगठन भी शामिल रहे जिसमे दिल्ली NMOPS के प्रदेश अध्यक्ष मंजीत पटेल, जावेद अख्तर, अटेवा उत्तर प्रदेश के प्रदेश महामंत्री डॉ नीरजपति त्रिपाठी, प्रदेश उपाध्यक्ष चंद्रहास सिंह, प्रदेश संगठन मंत्री रजत प्रकाश, रजनीश कुमार, शिव शंकर यादव, गर्वित चौधरी, आकिल अख्तर, राजस्थान से सुरेंद्र बेनीवाल, के, आर. सियाग, जगदीश प्रसाद यादव, मेरठ नर्सेज संघ की शर्ली भण्डारी उपाध्यक्ष राजकीय नर्सेज संघ उत्तर प्रदेश, शिवानी चौधरी, सुशीला, मंजू, पवन मिश्रा, कौंसल्या गौतम, विक्टोरिया NMOPS उत्तराखण्ड से रोहित शर्मा सहित सैकड़ों साथी अटेवा के साथी बैंक कर्मियों के इस आंदोलन में शामिल रहे मौजूद रहे। और सभी ने बैंक व देश बचाने की इस मुहिम को अंजाम तक पहुंचाने का प्रण लिया।