जेद्दाह, दुनिया का सबसे बड़ा तेल उत्पादक देश सऊदी अरब आने वाले समय में तेल पर अपनी निर्भरता कम करके टूरिज्म इंडस्ट्री को बढ़ावा दे रहा है। वह नए और यूनिक कंस्ट्रक्शन से दुनिया के लोगों का ध्यान अपने देश की ओर खींचना चाहता है।
इसी बीच सऊदी अरब दुनिया की सबसे बड़ी इमारत बना रहा है। यह बिल्डिंग अभी की सबसे बड़ी इमारत बुर्ज खलीफा से भी ज्यादा हाइट की होगी।
आज की तारीख में दुनिया की सबसे ऊंची बिल्डिंग बुर्ज खलीफा है, जो कि युनाइटेड अरब अमीरात ‘यूएई’ में है। इसे कड़ी टक्कर देने के लिए सऊदी अरब जेद्दाह टॉवर बना रहा है। इसका काम कुछ समय से रुका हुआ था, लेकिन अब फिर इसका निर्माण कार्य शुरू हो गया है। बनने के बाद यह दुनिया की सबसे ऊंची इमारत होगी। यह बुर्ज खलीफा से भी 172 मीटर ऊंची होगी। इससे इसकी ऊंचाई एक किमी (1000 मीटर) हो जाएगी। इस बिल्डिंग का डेवलपमेंट पहले फेज में 1.5 वर्ग किमी में फैला होगा। इस प्रोजेक्ट को जेद्दाह इकोनॉमिक सिटी के डेवलपमेंट के केंद्रबिंदु के रूप में देखा जाता है।
इन चीजों से सजी होगी यह इमारत
इस रेगिस्तानी देश में शिकागो के प्रैक्टिस एड्रियन स्मिथ, गॉर्डन गिल (AS+GG) ने दुनिया के सबसे ऊंचे टॉवर की परिकल्पना की। इस टॉवर में एक फोर सीजन होटल, अपार्टमेंट स्पेस, ऑफिस स्पेस और लाल सागर को देखने वाली दुनिया की सबसे ऊंची ऑब्जर्वेटरी होगी। मिडिल ईस्ट बिजनेस इंटेलिजेंस की 13 सितंबर 2023 की रिपोर्ट के मुताबिक सऊदी बिनलाडिन ग्रुप (SBG) ने जर्मनी फर्म बाउर के साथ मिल कर किया। इस टॉवर की नींव और पाइलिंग का काम 2010 की शुरुआत में हुआ।
लेकिन लेटेस्ट रिपोर्ट में पता चला है कि एसबीजी इससे अलग हो गया है। वहीं AS और जीजी प्रमुख आर्किटेक्चर फर्म के रूप में बनी हुई है। लेबनान की कंपनी दार अल- हंदासा इंजीनियरिंग सलाहकार के रूप में इसमें है।
अभी बुर्ज खलीफा है सबसे ऊंची बिल्डिंग
अभी दुबई का बुर्ज खलीफा दुनिया की सबसे ऊंची बिल्डिंग का रिकॉर्ड अपने नाम किए हुए है। इसकी ऊंचाई 828 मीटर है, जिसमें 163 फ्लोर हैं। 2004 में इसका निर्माण शुरू हुआ और 2010 में इसका काम पूरा हुआ। बुर्ज खलीफा के अंदर दो ऑब्जर्वेशन डेक हैं। पहला 124वें फ्लोर पर और दूसरा 148वें फ्लोर पर।