अन्य धर्मों के प्रति घृणा के बीज बोने का कार्य कर रहे हैं आरएसएस द्वारा संचालित स्कूल : दिग्विजय सिंह

नई दिल्ली, कांग्रेस के नेता दिग्विजय सिंह ने शनिवार को एक विरोध प्रदर्शन को संबोधित करते हुए कहा कि आरएसएस द्वारा संचालित स्कूलों सरस्वती शिशु मंदिर पर बच्चों के मन में अन्य धर्मों के प्रति घृणा के बीज बोने का कार्य कर रहे हैं।

उन्होंने आगे कहा कि इसी वजह से देश में धार्मिक उन्माद और दंगे जैसी घटनाएं होती हैं।
इधर, दिग्विजय सिंह के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भाजपा ने कहा है कि सिंह को मदरसों के बारे में बात करनी चाहिए, जो आतंकवाद को बढ़ावा देते हैं और दुश्मनी फैलाते हैं।

भोपाल में शनिवार को एक विरोध प्रदर्शन को संबोधित करते हुए सिंह ने कहा, सरस्वती शिशु मंदिर बचपन से ही बच्चों के मन और दिल में अन्य धर्मों के प्रति नफरत के बीज बोता है। फिर यह धीरे-धीरे बढ़ता है और सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ता है। सांप्रदायिक कड़वाहट पैदा करता है, धार्मिक उन्माद फैलाता है और फिर देश में दंगे करवाता है।

कांग्रेस के नेता दिग्विजय सिंह के इस बयान का एक वीडियो रविवार को सामने आया है। इसके बाद भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने इसे लेकर सिंह पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया। इसमें उन्होंने कहा, सरस्वती शिशु मंदिर देशभक्ति की पाठशाला है। मतिभ्रम से पीड़ित व्यक्ति ही इस संस्था की ओर उंगली उठा सकता है।

विजयवर्गीय ने कहा, देश जानना चाहता है कि कांग्रेस के किस स्कूल में आतंकवादी ओसामा बिन लादेन को ‘जी’ कहकर संबोधित करना सिखाया जाता है, आतंकवादी जाकिर नाइक को शांतिदूत कहना, बाटला हाउस मुठभेड़ को फर्जी बताकर इंस्पेक्टर मोहन शर्मा की शहादत को अपमानित करना और सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत मांगना सिखाया जाता है।

भाजपा के एक अन्य नेता और पार्टी विधायक रामेश्वर शर्मा ने कहा कि शिशु मंदिर में देश प्रेम है, धर्म है, भाईचारा है, स्नेह है और सबको साथ लेकर चलने की क्षमता है। उन्होंने कहा, सिंह को उन मदरसों के बारे में बोलना चाहिए जहां आतंकवाद को बढ़ावा दिया जाता है उसे पाला जाता है, मानवता को कुचला जाता है, बेटियों का सम्मान लूटा जाता है।

उन्हें मदरसों की शिक्षा और प्रशिक्षण के बारे में सोचना चाहिए जहां अलगाववाद और आतंकवाद और दुश्मनी फैलती है। पूछे जाने पर कांग्रेस के एक प्रवक्ता ने बाद में यह कहते हुए बोलने से इनकार कर दिया कि उन्हें इस मुद्दे पर पार्टी के रुख की जानकारी नहीं है।

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