नई दिल्ली, कोरोना मामलों में लगातार हो रही कमी और भारत की वैक्सीन को दुनिया में कई देशों की तरफ से मान्यता दिए जाने के बाद सरकार जल्द से जल्द अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को सामान्य करने को लेकर गंभीर है।
नागरिक विमानन सचिव राजीव बंसल ने कहा कि अगले महीने से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के सामान्य हो जाने की पूरी उम्मीद है। एयरपोर्ट पर बड़ी संख्या में भीड़ बढ़ने को लेकर आवश्यक तैयारी की जा रही है।
नागरिक विमानन मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार घरेलू उड़ानें अब पूरी तरह सामान्य हो चुकी हैं और औसतन लगभग चार लाख यात्रा रोजोना यात्रा कर रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय उड़ानें परस्पर समझौते के साथ फिलहाल केवल एअर बबल के रूप में चल रही हैं। सामान्य उड़ानों की शुरुआत के बाद विमान किराए में भी कमी की उम्मीद की जा सकती है। साथ ही उड़ानों की संख्या बढ़ने से भी यात्रियों को राहत मिलेगी। बंसल ने बताया कि यात्रियों की बढ़ती हुई संख्या को देखते हुए हमने एयरपोर्ट पर सुविधाएं बढ़ाने का फैसला किया है। अपेक्षाकृत छोटे एयरपोर्ट पर निजी सेक्टर के सुरक्षाकर्मियों की सेवा लेने पर भी विचार किया जा रहा है। इससे एयरपोर्ट की लागत भी कम करने में मदद मिलेगी।
बंसल ने आगे कहा कि नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने गृह मंत्रालय से हवाई अड्डों के लिए और केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआइएसएफ) के सुरक्षा कर्मियों की मांग की है। धीरे-धीरे 3000 अतिरिक्त सीआइएसएफ कर्मियों को प्रदान किया जाएगा। हवाई अड्डों पर गैर-प्रमुख कार्यों के लिए निजी सुरक्षा एजेंसियों को तैनात करने का भी प्रस्ताव है।
पिछले हफ्ते, नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा था कि सरकार अंतरराष्ट्रीय परिचालन को सामान्य करने की प्रक्रिया का मूल्यांकन कर रही है। सरकार दुनिया के कुछ हिस्सों में कोरोना वायरस महामारी की स्थिति को ध्यान में रखते हुए सामान्य स्थिति में लौटना चाहती है।