नई दिल्ली, भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत का एक विवादित बयान सामने आया है। राकेश टिकैत ने एक बयान में कहा है कि भारत में भी बांग्लादेश और श्रीलंका जैसे हालात बन रहे हैं, जिससे यहां भी वैसा ही आंदोलन हो सकता है।
टिकैत ने मीडिया की भूमिका पर सवाल उठाते हुए कहा कि कोलकाता में डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और हत्या की घटना को लेकर मीडिया ने जो सक्रियता दिखाई, वैसी मणिपुर की घटनाओं पर नहीं दिखी।
टिकैत यह बातें पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम के कार्यालय में बिजली संबंधी शिकायतों को लेकर उच्च अधिकारियों के साथ चर्चा के दौरान कह रहे थे। इस मौके पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने किसान आंदोलन के दौरान साढ़े सात सौ से अधिक किसानों के बलिदान का जिक्र किया और आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। उनका यह भी कहना था कि जहां विपक्षी दलों की सरकारें हैं, वहां उन्हें निशाना बनाया जा रहा है।
इसके अलावा, टिकैत ने बिजली के मुद्दे पर भी सरकार को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने किसानों को निशुल्क बिजली देने की घोषणा की है, लेकिन इसके साथ ट्यूबवेल पर मीटर लगाने की शर्त रखी गई है। टिकैत ने साफ कहा कि किसान ट्यूबवेल पर मीटर नहीं लगने देंगे, और अगर मीटर लगाया गया तो उसे उखाड़कर बिजली कार्यालय में जमा कर दिया जाएगा।