नई दिल्ली, सितंबर की बारिश अगले दो दिनों के भीतर नया रिकॉर्ड बना सकती है। मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों के लिए यलो अलर्ट जारी करते हुए तेज बारिश की संभावना जताई है। नया रिकॉर्ड बनाने के लिए इस सितंबर में दिल्ली को केवल 13 मिमी बारिश की आवश्यकता है वहीं, इस पूरे वर्ष मानसून का रिकॉर्ड बनाने के लिए 20 मिमी बारिश की जरूरत है।
इससे पहले सितंबर में 1944 में 417 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई थी। वहीं, पूरे मानसून में 1933 में 1190.9 मिमी बारिश का रिकॉर्ड है। अभी तक सितंबर में 404 मिमी और पूरे मानसून में 1170 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई है।
मौसम विभाग के मुताबिक, शनिवार को अधिकतम तापमान सामान्य से एक कम 33.2 व न्यूनतम तापमान सामान्य से एक अधिक 24.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बीते 24 घंटों में दिल्ली में 4.1 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई है। वहीं, हवा में नमी का स्तर 68 से 95 फीसदी तक दर्ज किया गया।
मौसम विभाग के एक वरिष्ठ वैज्ञानिक के मुताबिक, मानसून की परिस्थितियों की वजह से दिल्ली के पड़ोसी राज्यों में बारिश का सिलसिला जारी है। हालांकि, अगले दो दिनों के भीतर दिल्ली में भी इसका प्रभाव देखने को मिलेगा। यदि दिल्ली में अच्छी बारिश हो जाती है तो संभावना है कि दो दिन के भीतर ही दिल्ली बारिश का नया रिकॉर्ड बना सकती है।
मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि अगले 24 घंटे में बादल छाए रहने के साथ हल्की से मध्यम स्तर तक की बारिश हो सकती है। इसके लिए विभाग ने यलो अलर्ट भी जारी किया है। अधिकतम तापमान 32 व न्यूनतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है।
बदला हुआ मौसम इन दिनों दिल्ली-एनसीआर की हवा का साथ दे रहा है। यही वजह है कि वायु गुणवत्ता संतोषजनक श्रेणी में दर्ज की जा रही है। शनिवार को भी दिल्ली-एनसीआर की हवा संतोषजनक श्रेणी में दर्ज की गई। अगले 24 घंटों में भी इसमें अधिक बदलाव नहीं होने की संभावना है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड(सीपीसीबी) के मुताबिक, दिल्ली का औसतन वायु गुणवत्ता सूचकांक 80 रहा। वहीं, फरीदाबाद का 104, गाजियाबाद का 65, ग्रेटर नोएडा का 76, गुरुग्राम का 72 व नोएडा का एक्यूआई 73 दर्ज किया गया। सफर इंडिया के मुताबिक, बीते 24 घंटे में हवा में पीएम 10 का स्तर 65 व पीएम 2.5 का स्तर 30 माइक्रोग्राम प्रतिघन मीटर दर्ज किया गया। अगले तीन दिनों तक हल्की बारिश की वजह से हवा की गुणवत्ता में अधिक बदलाव की संभावना नहीं है।
उल्लेखनीय है कि दिल्ली की हवा को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन(डब्ल्यूएचओ) ने हाल ही में चिंता जताई है। डब्ल्यूएचओ ने दिल्ली में पीएम 2.5 के स्तर को औसतन अनुसंशा से 17 फीसदी अधिक बताया है। हालांकि, इसे लेकर विशेषज्ञों ने नकारा है।