भोपाल, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने शनिवार को कहा कि देश में “बुलडोजर न्याय” पूरी तरह अस्वीकार्य है और यह बंद होना चाहिए। उन्होंने यह टिप्पणी उस वक्त की जब मध्य प्रदेश के छतरपुर में थाने पर पथराव की घटना के एक आरोपी की कोठी को बुलडोजर से तोड़ दिया गया।
प्रियंका गांधी ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, “अगर कोई किसी अपराध का आरोपी है तो उसका अपराध एवं उसकी सजा सिर्फ अदालत तय कर सकती है, लेकिन आरोप लगते ही आरोपी के परिवार को सजा देना, उनके सिर से छत छीन लेना, कानून का पालन न करना, अदालत की अवहेलना करना, आरोप लगते ही आरोपी का घर ढहा देना- यह न्याय नहीं है।” उन्होंने कहा कि यह बर्बरता और अन्याय की पराकाष्ठा है।
अगर कोई किसी अपराध का आरोपी है तो उसका अपराध और उसकी सजा सिर्फ अदालत तय कर सकती है। लेकिन आरोप लगते ही आरोपी के परिवार को सजा देना, उनके सिर से छत छीन लेना, कानून का पालन न करना, अदालत की अवहेलना करना, आरोप लगते ही आरोपी का घर ढहा देना- यह न्याय नहीं है। यह बर्बरता और अन्याय की…
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) August 24, 2024
कांग्रेस नेता के अनुसार, ”कानून बनाने वाले, कानून के रखवाले और कानून तोड़ने वाले में फर्क होना चाहिए। सरकारें अपराधी की तरह व्यवहार नहीं कर सकतीं। कानून, संविधान, लोकतंत्र और मानवता का पालन सभ्य समाज में शासन की न्यूनतम शर्त है। जो राजधर्म नहीं निभा सकता, वह न तो समाज का कल्याण कर सकता है, न ही देश का।” प्रियंका गांधी ने कहा, “बुलडोजर न्याय पूरी तरह अस्वीकार्य है, यह बंद होना चाहिए।”
दरअसल ये पूरा मामला तीन दिन पहले छतरपुर में एक थाने पर भीड़ के हमले से जुड़ा है। जहां महाराष्ट्र में एक संत की ओर से की गई कथित टिप्पणी को लेकर मुस्लिम समुदाय के बहुत से लोग थाने पर ज्ञापन देने गए और इसी दौरान उनमें से कुछ लोगों ने थाने पर पथराव के साथ हमला कर दिया। इस हमले में थाना प्रभारी के अलावा तीन पुलिस कर्मचारी घायल हो गए। मामले की जानकारी मिलते ही मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने पुलिस को त्वरित कारर्वाई करने के निर्देश दिए थे। पुलिस ने इस संबंध में लगभग 150 उपद्रवियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करते हुए 20 लोगों को गिरफ्तार किया है। प्रशासन ने दो दिन पहले मुख्य आरोपी और कांग्रेस नेता हाजी शहजाद के छतरपुर स्थित महलनुमा मकान को ढहा दिया था और महंगी गाड़ियों को भी तोड़ दिया था।