लखनऊ, कांग्रेस महासचिव व उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी ने यूपी चुनाव 2022 को लेकर मंगलवार को बड़ा ऐलान किया है। प्रियंका गांधी ने प्रतिज्ञा लेते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी इस बार 40 प्रतिशत टिकट महिलाओं को देगी।
प्रियंका गांधी ने कहा कि हमारी प्रतिज्ञा है कि महिलाए उत्तर प्रदेश की राजनीति में पूरी तरह से भागीदार होगी। प्रियंका गांधी ने महिलाओं को 40 प्रतिशत टिकट देने के पीछे कारण भी बताया।
प्रियंका गांधी ने बताया कि 2019 के चुनाव प्रचार के दौरान जब वो यूपी आई थी तो इलाहाबाद यूनिवर्सिटी की कुछ लड़किया मुझ से मिली। छात्राओं में बताया कि किस तरह से यूनिवर्सिटी और हॉस्टल के नियम कानून उनके लिए अलग थे और पुरुषों के लिए अलग। ये निर्णय उनके लिए लिया है। यह निर्णय मैंने हर उस महिला के लिए लिया है, जिसने गंगा यात्रा के दौरान मेरे नाव को वापस गंगा तट पर बुलाकर कहा कि मैंरे गांव में पाठशाल नहीं है। मैं अपने बच्चों को पढ़ाना चाहती हूं।
प्रियंका गांधी ने कहा कि यह निर्णय प्रयागराज की एक लड़की पारो के लिए लिया गया है जिसने मेरा हाथ पकड़कर कहा दीदी बड़ी होकर मैं नेता बनना चाहती हूं। इस दौरान प्रियंका गांधी ने उन्नाव और हाथरस की घटना का जिक्र करते हुए कहा यह निर्णय इन सबके के लिए है। लखनऊ स्थित कांग्रेस कार्यालय पर प्रेस वार्ता करते हुए कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा कि यह निर्णय उत्तर प्रदेश की उस हर एक महिला के लिए है जो बदलाव चाहती है, न्याय चाहती है जो एकता चाहती है।
लखीमपुर की घटना का जिक्र करते हुए प्रियंका गांधी ने कहा कि आपकी सुरक्षा कोई नहीं करने वाला, सब बाते करते है। सुरक्षा करने का जब समय आया है तो सुरक्षा उनकी होती है जो आपको कुचलते है। उन्होंने कहा कि आज सत्ता का नाम ही यह है कि आप खुलेआम पब्लिक को कुचल सकते है। प्रियंका गांधी ने कहा इस वक्त नफरत और घृणा का बोल बाला है। इसको महिलाएं बदल सकती है। प्रियंका गांधी ने कहा कि महिलाओं के अंदर करुण, इच्छा शक्ति और सेवा भाव सबसे ज्यादा महिलाओं में है।
प्रियंका गांधी ने महिलाओं को चुनाव लड़ने का खुला ऑफर दिया है। उन्होंने मीडिया को संबंधित करते हुए कहा कि चुनाव के लिए आवेदन मांगे गए है। आवेदन की अंतिम तिथि 15 नवंबर है। महिलाओं से आग्रह करते हुए प्रियंका गांधी ने कहा कि आगे आए और आवेदन करे। जो विधानसभा चुनाव लड़ना चाहती है वो आगे आए और आवेदन करें। हम प्रदेश की राजनीति बदलेंगे।